Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Jul, 2020 07:26 AM
सावन का नाम सुनते ही प्रकृति की सुंदरता आंखों के सामने आ जाती है। तन-मन रिमझिम-रिमझिम फुहारों से झूम उठता है। ये महीना रुद्राभिषेक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक महीना भगवान शिव की सच्चे ह्रदय से
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Sawan ke mahine me kya nai khana chahiye: सावन का नाम सुनते ही प्रकृति की सुंदरता आंखों के सामने आ जाती है। तन-मन रिमझिम-रिमझिम फुहारों से झूम उठता है। ये महीना रुद्राभिषेक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक महीना भगवान शिव की सच्चे ह्रदय से आराधना करने पर सदा के लिए उनकी कृपा का पात्र बना जा सकता है। श्रावन में खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। भविष्य पुराण में बताया गया है, अपने शरीर को रोगों से मुक्त रखना भी मानव धर्म है क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति ही समाज और धर्म को उन्नति के मार्ग पर ले जा सकता है। इन चीज़ों को खाने से भोले बाबा होते हैं नाराज़-
मांस, मदिरा, प्याज और लहसुन। ये भोज्य पदार्थ अध्यात्म के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा पैदा करते हैं। इनको खाने से लोक ही नहीं परलोक भी बिगड़ जाता है।
साग और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियों को खाना सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन सावन के महीने में इन्हें खाने से शरीर को नुकसान होता है।
बैंगन को धर्म शास्त्रों में शुद्घ नहीं माना जाता। इन्हें खाने के पीछे वैज्ञानिक आधार ये है कि सावन के महीने में इनमें कीड़े पड़ जाते हैं। जो हेल्थ को नुक्सान पहुंचाते हैं।
दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि सावन के महीने में ये वात को बढ़ाता है लेकिन भगवान भोलेनाथ का अभिषेक अवश्य करना चाहिए।
दही और उससे बनी चीज़े भी नहीं खानी चाहिए।
इस महीने में डाइजेशन पावर वीक हो जाती है इसलिए ऑयली और हैवी खाना खाने से बचें।
Sawan ke mahine me kya khana chahiye: ये चीज़े खाएं-
फलों में सेब, केला, आम और जामुन खाने चाहिए।
सब्जियों में लौकी, तुरई और टमाटर खाना चाहिए। ये जल्दी हजम हो जाते हैं।
अनाज में पुराने चावल, मूंग, अरहर, गेहूं और मक्का खाएं।
आयुर्वेद के अनुसार, सावन में हरड़ खाने से पेट के सभी रोगों का नाश होता है।