Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 Jul, 2024 07:36 AM
सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत शुभ और उत्तम माना जाता है क्योंकि सावन का माह शिव जी को अति प्रिय है। प्रत्येक माह में दो प्रदोष व्रत होते हैं। हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Sawan Pradosh Vrat : सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत शुभ और उत्तम माना जाता है क्योंकि सावन का माह शिव जी को अति प्रिय है। प्रत्येक माह में दो प्रदोष व्रत होते हैं। हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष का व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। सावन में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का बहुत महत्व होता है। प्रदोष का व्रत रखने से महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं कि अगस्त के महीने में कब-कब रखा जाएगा प्रदोष व्रत-
Sawan First Pradosh Vrat 2024 सावन का पहला प्रदोष व्रत
सावन माह की कृष्ण की त्रयोदशी तिथि 01 अगस्त 2024 को दोपहर 03 बजकर 28 मिनट पर शुरू हो रही है और इसका समापन 02 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट पर होगा। ऐसे में सावन का पहला प्रदोष व्रत 1 अगस्त, गुरुवार के दिन रखा जाएगा।
सावन कृष्ण प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त – 2 अगस्त की शाम 07 बजकर 12 मिनट से लेकर 9 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
Sawan Second Pradosh Vrat 2024 सावन का दूसरा प्रदोष व्रत
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन महीने की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 17 अगस्त को सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर होगी और इसका समापन 18 अगस्त को प्रातः 05 बजकर 51 मिनट पर होगा। ऐसे में दूसरा प्रदोष व्रत 17 अगस्त को शनिवार के दिन रखा जाएगा।
सावन शुक्ल प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त – 17 अगस्त शाम 06 बजकर 58 मिनट से लेकर 09 बजकर 09 मिनट तक।
Sawan Pradosh Vrat 2024 Significance सावन प्रदोष व्रत 2024 महत्व
हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। सावन माह में पड़ने वाले प्रदोष व्रत को बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि प्रदोष का व्रत करने से जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है और दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है।