‘समुद्री बंजारे’ : पानी में 13 मिनट तक रोक सकते हैं सांस

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Dec, 2024 07:34 AM

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Sea barges: इंसान ने प्रकृति के साथ बड़ी छेड़छाड़ की है लेकिन वह बड़ी मेहरबान है जो हर जीव को उसकी जरूरत के अनुसार शक्ति प्रदान करती है। एक खास ताकत प्रकृति ने एक समुदाय को दी है जिसकी वजह से वे समुद्र की गहराई में लम्बे समय तक रह सकते हैं।

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Sea barges: इंसान ने प्रकृति के साथ बड़ी छेड़छाड़ की है लेकिन वह बड़ी मेहरबान है जो हर जीव को उसकी जरूरत के अनुसार शक्ति प्रदान करती है। एक खास ताकत प्रकृति ने एक समुदाय को दी है जिसकी वजह से वे समुद्र की गहराई में लम्बे समय तक रह सकते हैं। जैसे हम-आप जमीन पर बड़ी आसानी से घूमते हैं, अपना कामकाज करते हैं, ठीक उसी तरह से ये लोग समुद्र की गहराइयों में ‘खेती’ करते हैं। हालांकि, यह हल जोतने वाले किसान नहीं होते हैं। पेट पालने के लिए ये लोग सी-फूड की तलाश में समुद्र की तलहटी खोदते हैं। आपको शायद लगे कि स्वीमिंग पूल में डाइव तो हम भी लगाते हैं लेकिन सोचिए आप पानी के भीतर कितनी देर तक सांसें थामे रह सकते हैं। कुछ सैकेंड या मुश्किल से 1 मिनट।

जानकार हैरानी होगी कि ये अजूबे इंसान 200 फुट की गहराई में 5 से 13 मिनट तक पानी के अंदर रह सकते हैं। दुनिया उन्हें बजाऊ समुदाय के नाम से जानती है जो आज भी पुराने तरीके से अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। ये जमीन पर बहुत ही कम दिखते हैं। लोग इन्हें ‘समुद्री बंजारे’ भी कहते हैं। इनके पास किसी देश की राष्ट्रीयता नहीं है। शादी के समय ये काफी चमक-धमक वाले कपड़े पहनते हैं, बाकी समय तो ऐसे ही रहते हैं।

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कर दिया गया था जमीन से बेदखल
इनके पानी में हमेशा रहने के पीछे की एक कहानी है। बताते हैं कि फिलीपींस के इन लोगों को जमीन से बेदखल कर दिया गया तो इन्होंने बरसों पहले समुद्र पर ही गांव बसा लिया। यह समुदाय मूल रूप से फिलीपींस के आसपास के इलाकों में समुद्र में रहता है। ये मलेशिया और इंडोनेशिया के तटों पर भी बांस के बने खंभों के सहारे खड़े घरों में रहते हैं। कुछ नावों पर ही जीवन गुजारते हैं।

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बच्चे भी कम नहीं
बचपन से ही बच्चों को नाव चलाने और मछली पकड़ने के गुर सिखाने पर ही पूरा जोर दिया जाता है। छोटे-छोटे बच्चे इतने प्रशिक्षित कर दिए जाते हैं कि पानी में देखने की उनके भीतर अद्भुत क्षमता विकसित हो जाती है। वे गहरे पानी में उतरकर अपनी आंखों से अच्छे से देखकर शिकार करते हैं। ये बच्चे जब समुद्र में तैरते हैं तो इनकी आंखें बिल्कुल खुली रहती हैं। ये छोटी डॉल्फिन की तरह दिखते हैं।

इनका ज्यादातर समय समुद्र की गहराइयों में भोजन की तलाश करते ही बीतता है। ये अब भी मछली पकड़ने के लिए भाले का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ ही ये समुद्र की गहराइयों से ऐसी प्राकृतिक चीजें इकट्ठी करते हैं, जिसका इस्तेमाल कई तरह की सुंदर चीजें बनाने में किया जाता है।

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ताकतवर इम्यून सिस्टम
आखिर शरीर में ऐसा क्या होता है कि ये लोग ज्यादा देर तक पानी में रह पाते हैं ? शरीर का एक अंग होता है प्लीहा (स्प्लीन), लेकिन इसकी बात काफी कम होती है। बहुत लोगों को इसके बारे में जानकारी भी नहीं होती। तकनीकी रूप से देखें तो आप इस अंग के बगैर भी जीवित रह सकते हैं लेकिन अगर आपके पास है तो यह इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है। यह रैड ब्लड सैल्स को रिसाइकिल करता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि धरती पर रहने वाले लोगों की तुलना में बजाऊ समुदाय के लोगों का स्प्लीन 50 प्रतिशत बड़ा था।

जब कोई इंसान समुद्र में गोता लगाता है तो प्रैशर बढ़ने से फेफड़ों की नसों में ज्यादा खून भरने लगता है। स्थिति गंभीर होने पर नसें फटने से मौत भी हो सकती है। हालांकि इन्हें कुछ नहीं होता। 

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