Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Oct, 2023 07:18 AM
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तंत्र-मंत्र के क्षेत्र में मां भगवती की आराधना का विशेष महत्व माना गया है। इसके लिए प्राचीन शास्त्रों, आगमों तथा निगमों में बहुत से मंत्र तथा अनुष्ठान
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Shaktipeeth in world: तंत्र-मंत्र के क्षेत्र में मां भगवती की आराधना का विशेष महत्व माना गया है। इसके लिए प्राचीन शास्त्रों, आगमों तथा निगमों में बहुत से मंत्र तथा अनुष्ठान भी दिए गए हैं। यदि ऐसे अनुष्ठान अथवा मंत्रों का जप शक्तिपीठ पर जाकर किया जाए तो वे तुरंत प्रभाव दिखाते हैं।
What is Shakti Peetha क्या हैं शक्तिपीठ
प्राचीन कथाओं के अनुसार प्रजापति दक्ष द्वारा भगवान शिव के अपमान से दुखी हो माता सती ने यज्ञ की अग्नि में अपने शरीर को नष्ट कर दिया था। माता सती के जाने से दुखी भोलेनाथ उनके क्षत-विक्षत शव को अपने हाथों में लेकर भटकने लगे। इस पर भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती की देह के अनेकों टुकड़े कर दिए। ये टुकड़े जहां-जहां गिरे, उन स्थानों पर माता सती की दिव्य चेतना तथा ऊर्जा समाहित हो गई। इन्हीं स्थानों को कालांतर में शक्तिपीठ कहा गया। इनकी कुल संख्या 51 बताई गई है। इन सभी शक्तिपीठों के नाम निम्न प्रकार हैं-
Names of shakti peeth शक्तिपीठों के नाम
हिंगलाज
शर्कररे
सुगंधा-सुनंदा
महामाया (कश्मीर)
सिद्धिदा
त्रिपुरमालिनी
जयदुर्गा
महामाया (नेपाल)
दाक्षायणी (मानस)
विरजाक्षेतर
गंडकी
चंडिका
मांगल्य चंडिका
त्रिपुर सुंदरी
भवानी
भ्रामरी
कामाख्या
ललिता
भूतधात्री
जयंती
कालिका
विमला (भुवनेशी)
विशालाक्षी
सर्वाणी
सावित्री
गायत्री
महालक्ष्मी
देवगर्भा
काली
नर्मदा
शिवानी
उमा
नारायणी
वाराही
अपर्णा
श्रीसुंदरी
कपालिनी
चंद्रभागा
अवंती
भ्रामरी (जनस्थान)
सर्वशैल स्थान
गोदावरी तीर
कुमारी
उमा
तारापीठ
जयदुर्गा
महिषमर्दिनी
यशोरेश्वरी
फुल्लरा
नंदिनी
इंद्राक्षी
![PunjabKesari Shaktipeeth in world](https://static.punjabkesari.in/multimedia/07_16_325270735shaktipeeth-in-world-2.jpg)
Kamakhya and Tara Peetha are considered supreme कामाख्या और तारा पीठ को माना गया है सर्वोच्च
इन सभी शक्तिपीठों में असम स्थित कामाख्या और पश्चिम बंगाल के तारा शक्तिपीठ को सर्वोच्च माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन दोनों ही स्थानों पर मां भगवती अपनी समस्त शक्तियों सहित विराजमान हैं। इन दोनों स्थानों पर की गई आराधना तुरंत ही फल प्रदान करती है। इनके अतिरिक्त अन्य शक्तिपीठ भी विशेष फलदायी है और शुभता प्रदान करते हैं।
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आचार्य हिमानी शास्त्री
ज्योतिष एवं वैदिक देवस्थापति
dr.himanij@gmail.com