Edited By Prachi Sharma,Updated: 19 Jan, 2024 07:43 AM
शनि देव अस्त होने जा रहे हैं 12 फरवरी से लेकर 17 मार्च तक। ये अस्त स्थिति कुम्भ राशि में हो रही है। कुंभ राशि में शनि का गोचर हो रहा है। फिलहाल सूर्य मकर
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Shani Asta: शनि देव अस्त होने जा रहे हैं 12 फरवरी से लेकर 17 मार्च तक। ये अस्त स्थिति कुम्भ राशि में हो रही है। कुंभ राशि में शनि का गोचर हो रहा है। फिलहाल सूर्य मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। इसके बाद शनि अस्त हो जाएंगे। कुंडली में दशा शनि की चल रही है और वो अस्त हो जाएं तो गोचर में भी अस्त हो जाएं तो इसका क्या असर देखने को मिलता है। तो चलिए जानते हैं आपकी कुंडली में शनि की दशा चल रही है तो कैसा फल मिलेगा।
तुला राशि के ऊपर शनि की महादशा चल रही है। तुला राशि के जितने भी जातक हैं वो मंगल के या फिर गुरु के नक्षत्र में पैदा होंगे। जो युवा प्रोफेशनल लाइफ में हैं उनके ऊपर शनि की महादशा चल रही है। महादशा नाथ का गोचर में आकर अस्त हो जाना वो बढ़िया फल नहीं करवा पाएगा शनि से। शनि इस समय पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। ये पंचम में आकर पंचम को मजबूत कर रहे हैं। जिन लोगों के घर में खुशखबरी आने वाली है यानि की जो महिला गर्भवती है उनको थोड़ा सा ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। सूर्य का यहां पर प्रभाव देना बढ़िया नहीं है।
शनि की एक दृष्टि सप्तम भाव के ऊपर आ रही है। यदि आप पार्टनरशिप में बिजनेस कर रहे हैं तो दोनों के बीच किसी बात को लेकर मन-मुटाव की स्थिति बन सकती है। पार्टनर की हेल्थ को लेकर चिंता हो सकती है। सप्तम को शनि प्रभावित कर रहे हैं। शनि की दृष्टि जा रही है आय स्थान और धन स्थान के ऊपर। पंचम में शनि बैठते हैं तो बारहवें और दूसरे भाव को प्रभावित करते हैं।
दूसरे भाव के ऊपर शनि की दृष्टि है। परिवार में किसी न किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। दूसरे भावों से संबंधित फलों में हानि देखने को मिल सकती है। सप्तम और पंचम भाव में शनि की नेगेटिव दृष्टि देखने को मिलेगी।
शनि देव के मंत्र का जाप करें।
ॐ शं शनैश्चराय नमः
शनिवार के दिन शाम के समय काली उड़द की दाल और काले दिन का दान करें।
इन उपायों के द्वारा इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।