Edited By Prachi Sharma,Updated: 21 Sep, 2024 08:15 AM
इस समय शनि देव के प्रभाव में तीन राशियां चल रही हैं। सबसे पहली राशि है मकर जिसके ऊपर शनि की साढ़े साती का आखिरी फेज चल रहा है। दूसरी राशि है वृश्चिक
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Shani ki dhaiya: इस समय शनि देव के प्रभाव में तीन राशियां चल रही हैं। सबसे पहली राशि है मकर जिसके ऊपर शनि की साढ़े साती का आखिरी फेज चल रहा है। दूसरी राशि है वृश्चिक जिसके ऊपर ढैया चल रही है। तीसरी राशि है कर्क जिसके ऊपर शनि की ढैया चल रही है। इन तीन राशियों को शनि के प्रभाव से मुक्ति मिलने वाली है हालांकि कुंभ राशि के ऊपर भी शनि की साढ़ेसाती चल रही है लेकिन इसको मुक्ति अभी नहीं मिलेगी। मकर राशि के ऊपर 26 जनवरी 2017 से शनि की साढ़े साती चल रही है, यह साढ़े साती खत्म हो जाएगी। इसके अलावा कर्क राशि और वृश्चिक राशि इसके ऊपर 29 अप्रैल 2022 से शनि की ढैया चल रही है, यह ढैया भी खत्म हो जाएगी।
कर्क राशि: कर्क राशि के ऊपर शनि की ढैया चल रही है। ये ढैया शुरू हुई थी 29 अप्रैल 2022 को और यह लंबी हो गई है। शनि ढाई साल यानी कि 30 महीने एक राशि में रहते हैं यहां पर यह अवधि थोड़ी सी लंबी हो गई है। शनि अब यहां पर गोचर करेंगे आपकी कुंडली में 29 मार्च 2025 को। वो पांचवें भाव में यानी कि ढैया खत्म हो जाएगी और ढैया खत्म होने से आपको बहुत बड़ी मिलने वाली है। कर्क राशि के जातकों के लिए शनि वैसे भी अच्छे नहीं होते क्योंकि कर्क राशि की जो जातक हैं उनके लिए शनि की जो मकर राशि है वह आती है सप्तम भाव में। जो कुंभ राशि है वह आती है अष्टम भाव में तो कर्क राशि चूंकि चंद्रमा की राशि है और शनि और चंद्रमा आपस में मित्र भाव नहीं रखते। जब शनि की महादशा या अंतदशा आती है तो कर्क राशि के जातकों को उसके अच्छे फल नहीं मिलते क्योंकि सप्तम स्थान जो होता है वो मारक स्थान होता है। शनि जब अंतर्दशा में आते हैं तो इन दोनों के फल करने शुरू कर देते हैं। कर्क राशि चंद्रमा की राशि है इमोशनल ज्यादा जल्दी हो जाते हैं। शनि की तीसरी दृष्टि जा रही है आपके कर्म भाव के ऊपर यानी कि दशम भाव सीधा-सीधा शनि के प्रभाव में है। इस अवधि के दौरान जो कारोबार है उसमें बहुत ज्यादा वृद्धि नहीं हुई। शनि जब अष्टम में बैठे हैं तो निश्चित तौर पर सातवीं दृष्टि धन भाव के ऊपर जा रही है जब आपका कर्म प्रभावित हो रहा है। धन में भी थोड़ी सी दिक्कत आई है। कुछ ऐसे लोग भी हैं कर्क राशि के जिन्होंने पिछले इस शनि की अवधि के के दौरान ओवर रिएक्शन करके अपने रिलेशन खराब कर लिए है ।
शनि पाप ग्रह है कर्क राशि के जातक वैसे भी अग्रेसिव होते हैं, इमोशनल होते हैं। यहां पर शनि बैठे हैं पंचम दृष्टि और दशम दृष्टि पंचम भाव के ऊपर आ रही है । यहां पर शनि का प्रभाव आपके पंचम भाव पर है। 25 मार्च 2025 को होगा तो संतान पक्ष से आपको अच्छी खबरें आनी शुरू हो सकती हैं। जिनके यहां पर संतान नहीं है उनको संतान का सुख मिल सकता है। धन की जो हानि हो रही है तो वह धन की हानि थोड़ी सी रुकेगी। इसके अलावा शनि आपके कारोबार के स्थान को प्रभावित कर रहे हैं वो कारोबार आपका आगे चलता हुआ नजर आएगा। नौकरी में आपको प्रमोशन होती हुई नजर आएगी। बहुत सारी चीजें हैं जो शनि की ढैया के कारण रुक जाती हैं या आपको उसका उस तरीके से रिजल्ट नहीं मिल पाता जिस तरीके से आप अपनी तैयारी कर रहे होते हैं। शनि के इस प्रभाव से आपको डेफिनेटली 29 मार्च 2025 के बाद मुक्ति मिलेगी। शनि जब आगे राशि परिवर्तन करेंगे मीन राशि में चले जाएंगे उससे आपको काफी फायदा होगा। यह शनि का प्रभाव कर्क राशि के ऊपर चल रहा है उनके लिए कुंडली में शनि की स्थिति खराब है।
ओम शनि शनिश्चराय नमः मंत्र का जाप करें।
मकर राशि: यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति केंद्र या त्रिकोण में है या लाभ स्थान में है यानी कि पहले भाव में चौथे भाव में, पांचवें, सातवें, नौवें भाव में और 11वें भाव में है तो आप शनि का नीलम धारण कर सकते हैं। यदि शनि पीड़ित है या फिर शनि अष्टम, 12वें, छठे में है फिर मत धारण करिए इससे आपको नुकसान हो सकता है। शनि देव का गोचर इस समय कुंभ राशि में और मकर राशि साढ़े साती के प्रभाव में है। यह प्रभाव शुरू हुआ है 26 जनवरी 2017 से 26 जनवरी 2017 के बाद से। जो मकर राशि है इसके ऊपर शनि की साढ़ेसाती चल रही थी और यह आखिरी फेस है और अब अगले साल 29 मार्च 2025 को यह खत्म हो जाएगा। लगभग 65 महीने का पीरियड है जब ये साढ़े साती खत्म हो जाएगी और मकर राशि के जातक शनि के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे। 12थ हाउस में जब गोचर होता है तो शनि सबसे पहले आकर धन भाव को प्रभावित करते हैं। तीसरी दृष्टि धन भाव के ऊपर जाती है। जब शनि आते हैं तो यह रोग के कारक ग्रह हैं और यहां पर आप आकर आपको रोग देने का काम कर देते हैं। जब शनि 12थ आते हैं तो भाग्य का साथ मिलना आपको शुरू हो जाएगा। चंद्रमा के ऊपर से जब शनि आते हैं तो तीसरे भाव को प्रभावित करते हैं। यहां पर भी जब शनि रहते हैं तो फोर्थ हाउस को सीधा एस्पेक्ट करते हैं। सेकंड हाउस में बैठकर ये आपका पीस ऑफ माइंड होता है कई बार पीस ऑफ माइंड आपका डिस्टर्ब कर देते हैं। इसके अलावा अष्टम को देखते हैं कुछ लोगों को इस शदी के दौरान सडन एक्सीडेंट को भी फेस करना पड़ता है। 11थ हाउस को देखते हैं सेकंड हाउस में बैठकर आय भाव को प्रभावित करते हैं। अब अगले 6 महीने के बाद यह स्थिति बदल जाएगी। बहुत सारी चीजें से आपको उससे राहत मिलती हुई नजर आएगी। शनि का वैसे भी चंद्रमा के से दूर जाना अच्छा होता है। शनि जैसे-जैसे चंद्रमा के पास आते हैं, वैसे-वैसे आपको प्रभावित करते हैं। मकर राशि शनि की अपनी राशि है बहुत सारे जातकों को इसका बहुत ज्यादा असर नहीं होता लेकिन जिनको होता है उनके लिए बहुत ज्यादा हो जाता है। जब शनि 29 मार्च 2025 को आगे निकल जाएंगे तो वो आपके के लिए बहुत अच्छे हो जाएंगे। कोई भी पाप ग्रह शनि, राहु, केतु, सूर्य, मंगल, तीसरे भाव में पाप ग्रहों का गोचर काफी शुभ हो जाता है। राशि के स्वामी का तीसरे भाव में जाना आपको डेफिनेटली बहुत हेल्प करेगा। जो पीस ऑफ माइंड है वो वापस लौटेगा। शनि जहां पर बैठते हैं उस भाव के फल में वृद्धि कर देते हैं, उस भाव को मजबूत कर देते हैं । यहां पर पूरे पराक्रम के साथ काम करने का समय आ रहा है। मकर राशि के जातकों की इस अवधि के दौरान सीक्रेसी भी काफी लीक हुई होगी क्योंकि अष्टम भाव आपकी सीक्रेसी का भाव होता है। यहां पर जो दिक्कत चल रही थी वो आपकी दिक्कत दूर होगी। आय को लेकर जो दिक्कतें चल रही थी कुछ लोगों का प्रमोशन रुका हुआ है तो यहां पर शनि डेफिनेटली आपको शुभ फल प्रदान करेंगे और आपके पराक्रम में वृद्धि करेंगे । आपकी आय के नए रास्ते खुलेंगे और आप पूरे उत्साह के साथ काम करना शुरू करेंगे। जाता हुए शनि वो वैसे भी कुछ ना कुछ देके जाते हैं। शनि धन स्थान के स्वामी भी है आपके लिए गोचर 2025 के बाद हो जाएगा। मकर राशि के जातकों को यही खुशखबरी है कि अगले छ महीने बाद आप को शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। जो साढे साती 26 जनवरी 2017 को शुरू हुई थी वो 29 मार्च 2025 को खत्म हो जाएगी। शनि आगे निकल जाएंगे आपके ऊपर मानसिक दबाव कम होगा। जिनके ऊपर कर्ज चढ़ा है उनको यहां से मुक्ति मिलती हुई नजर आएगी। जैसे ही शनि मार्गी होंगे अभी वक्री अवस्था में 15 नवंबर को मार्गी हो जाएंगे वो स्थिति आपके लिए काफी अच्छी हो जाएगी। यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति खराब है क्योंकि आपकी कुंडली में शनि राशि के स्वामी हैं तो ये उपाय करें -
ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।
अपने जूनियर्स का सम्मान करें।
आपकी कोई फैक्ट्री है जहां पर आप काम चला रहे हैं वहां पर कर्मचारियों के साथ आपका संवाद जो है वो रिस्पेक्टफुल होना चाहिए।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक शनि देव के ढैया के प्रभाव में है। यानी कि शनि यहां पर चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं और चौथा भाव आपका सुख स्थान होता है। चंद्रमा से चौथे शनि का गोचर अच्छा नहीं होता। वैसे भी जो वृश्चिक राशि है यह राशि है मंगल की और शनि और मंगल आपस में मित्र भाव नहीं रखते। लिहाजा मंगल की राशि के लिए शनि अच्छा फल नहीं करते। शनि यहां पर पराक्रम भाव के स्वामी बनते हैं और चौथे भाव के स्वामी बनते हैं। शनि के फल यहां पर अच्छे नहीं होते ये गोचर आपके लिए हो रहा है 29 अप्रैल 2022 से यानी कि पिछले लगभग ढाई साल से आप शनि के प्रभाव में है। शनि की ढैया ढाई साल की होती है यानी कि 30 महीने की होती है लेकिन इस बार शनि वो थोड़ा सा ज्यादा मंद गामी है। यह गोचर लगभग 31 महीने का हो गया है यानी कि 29 मार्च 2022 से लेकर अगले साल 29 अप्रैल 2022 से लेकर 29 मार्च 2025 यह लगभग 35 महीने का पीरियड है। 29 मार्च 2025 को अब शनि चौथे भाव में है तो सामान्य तौर पर शनि की दृष्टि जाती है वो भाव खराब हो जाते हैं। यहां से संबंधित जो समस्याएं हैं वो शनि की दृष्टि पड़ते ही वो शुरू हो जाती है। वहां से कर्ज में अब राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके अलावा अब यहां पर शनि जब चौथे भाव में बैठे हैं तो सीधी दृष्टि देते हैं आपके दशम भाव को। शनि कर्म के कारक हैं यहां पर जब शनि की दृष्टि पड़ती है तो यहां से संबंधित रिजल्ट आपके स्लो हो जाते हैं। शनि जिस भाव को वो देखते हैं वहां से संबंधित रिजल्ट आपको धीमे मिलने शुरू हो जाते हैं यानी कि कारोबार में आपके तेजी नहीं हो पा रही होगी 2022 से और यदि आप नौकरी करते हैं कहीं पर आपका फ्रीलांस का अपना काम है वहां पर आपको रिजल्ट मिलेंगे। शनि पंचम में आ जाएंगे तो आप ढैया के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे और दशम से संबंधित जो फल है यानी कि 2025 में 29 मार्च 2025 के बाद कारोबार से संबंधित चीजें आगे चलती हुई नजर आएंगी। नौकरी से संबंधित चीजें आगे चलती हुई नजर आएंगी। जो पीछे छूट गया है वो आपको अब थोड़ा सा बेटर मिलेगा। कर्ज में मुक्ति आपको मिलती हुई नजर आ सकती है। शनि यहां पर बैठते हैं तो आपकी राशि को भी देखना शुरू करते हैं आपका रवैया टाल-मटोल वाला हो जाता है। चंद्रमा के ऊपर शनि की दृष्टि ये नेगेटिव ग्रह है क्योंकि ये पाप ग्रह है तो आपका थॉट प्रोसेस थोड़ा सा नेगेटिव कर देते हैं। यदि आपका विचार नेगेटिव हो गया तो आप वहां पर एफर्ट भी नहीं करेंगे। मानसिक तौर पर पॉजिटिव होंगे। आप अपने विचार को बदलेंगे। यदि कोई कोर्ट केस है उसमें भी आपको थोड़ी सी राहत मिलती हुई नजर आएगी। संतान पक्ष से आपको अच्छी चीजें सुनने को मिलेंगी। शनि आपके लिए पंचम भाव में गोचर करना शुरू करेंगे। फोर्थ भाव में शनि का गोचर मायूस कर सकता है। चंद्रमा के ऊपर दृष्टि है ये सारी चीजें आपको थोड़ी सी हटती हुई नजर आएंगी।
नरेश कुमार
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