Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Oct, 2024 08:36 AM
आज बात करेंगे मीन राशि वालों की। इनके ऊपर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। शनि की साढ़े साती का पहला फेज खत्म होने जा रहा है। 29 मार्च 2025 को यह साढ़ेसाती 17 जनवरी 2023 को शुरू हुई थी
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Shani Ki Sade Sati: आज बात करेंगे मीन राशि वालों की। इनके ऊपर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। शनि की साढ़े साती का पहला फेज खत्म होने जा रहा है। 29 मार्च 2025 को यह साढ़ेसाती 17 जनवरी 2023 को शुरू हुई थी और 17 अप्रैल 2030 तक चलेगी। यहां पर पहले फेज में मीन राशि के जातकों को धन से संबंधित काफी प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ा। यह शनि की पहली ढैया का असर रहा है। अब शनि की अगली दो ढैया है वह कैसी रहेंगी इसके ऊपर चर्चा करेंगे। सबसे पहले 17 जनवरी 2023 को पहली ढैया शुरू हुई यह खत्म होगी 29 मार्च 2025 को। 29 मार्च 2025 को शनि की दूसरी ढैया शुरू हो जाएगी यह चलेगी आपके ऊपर 23 फरवरी 2028 तक। 23 फरवरी 2028 को तीसरी ढैया शुरू हो जाएगी यह चलेगी 17 अप्रैल 2030 तक। इस तरीके से यह साइकिल चलेगा और आपको शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी 17 अप्रैल 2030 को। यहां पर जब दूसरे फेज में शनि आएंगे आपके चंद्रमा के ऊपर से गोचर करेंगे तो निश्चित तौर पर आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। चंद्रमा मीन राशि है यह जल तत्व की राशि है यहां पर चंद्रमा के ऊपर से शनि ज्यादा खराब फल नहीं करते। यानी कि मानसिक परेशानी ज्यादा नहीं दे पाते क्योंकि यहां पर शनि का स्वभाव आकर ठंडा हो जाता है। शनि जल तत्व की राशि में आकर खराब फल नहीं करते। कर्क, वृश्चिक राशि और मीन राशि ये तीन राशियां हैं जहां पर शनि की साढ़े साती के दौरान ज्यादा असर नहीं देखने को मिलता लेकिन इसके बावजूद जहां पर शनि की दृष्टि रहती है वहां से संबंधित फलों की हानि हो जाती है। यहां पर चंद्रमा आपके शनि आपके चंद्रमा के ऊपर से गोचर करेंगे। दूसरे फेज में वह तीसरे भाव को प्रभावित करेंगे।
तीसरे भाव शनि की आपके तीसरे भाव के ऊपर जा रही है। तीसरा भाव पराक्रम, छोटे भाई, कॉन्फिडेंस का भाव होता है। यहां से संबंधित फल आपको परेशान कर सकते हैं। कुछ लोगों को हो सकता है कि कंधे से संबंधित प्रॉब्लम हो जाए। भाई के साथ तालमेल में दिक्कत आ सकती है। ये चीजें हो सकती हैं पराक्रम में थोड़ी सी कमी आप फील कर सकते हैं। कॉन्फिडेंस आपका मिला हुआ नजर आ सकता है। यहां पर शनि आपके सप्तम भाव को देखेंगे सीधी दृष्टि से तो शनि जब सप्तम भाव को देखते हैं तो यहां से संबंधित फल शनि खराब कर सकते हैं। बिजनेस पार्टनर के साथ आपका तालमेल थोड़ा सा बिगड़ सकता है। लाइफ पार्टनर को हेल्थ इशू भी क्रिएट हो सकता है। शनि गोचर करेंगे तो दसवीं दृष्टि से आपके दशम भाव को देखेंगे। दशम भाव आपके कारोबार का स्थान होता है, आपका जो लाइफ का अर्निंग होती है जहां से आप काम करते हैं नौकरी करते हैं कारोबार करते हैं यहां से संबंधित फल आपको स्लो होते हुए नजर आएंगे। कारोबार में थोड़ी सी मंदी आपको नजर आ सकती है। नतीजे आपकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं मिल पाएंगे। यहां पर चीजें आपको थोड़ी सी कारोबार के लिहाज से डिस्टर्ब कर सकती हैं और कारोबार में प्रगति स्लो होती हुई नजर आएगी। कार्यस्थल पर आपका प्रभाव थोड़ा सा कम होता हुआ नजर आएगा। हो सकता है कि काम आप कर रहे हो उसका क्रेडिट किसी और को मिल जाए।
सेकंड फेज में शनि की जो ढैया चलेगी 23 फरवरी 2028 तक। इसके बाद शनि की तीसरी ढैया शुरू होगी। आपके ऊपर और तीसरी ढैया के दौरान शनि आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। यहां पर जब गोचर करेंगे मीन राशि के जातकों के लिए तो धन भाव को प्रभावित करेंगे। धन से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। यह कुटुंब का भाव होता है, कुटुंब से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। ईटिंग हैबिट्स आपकी इस अवधि के दौरान डिस्टर्ब हो सकती हैं।
इस अवधि में खासतौर पर अपनी ईटिंग हैबिट्स का ख्याल ध्यान रखिए। शनि की सीधी दृष्टि आपके अष्टम भाव के ऊपर जा रही है। अष्टम आपकी लंबी बीमारी, एक्सीडेंट, सडन लॉस का भी भाव होता है। तो यहां पर अष्टम से संबंधित फल आपके लिए जो ज्यादा खराब हो सकते हैं। यदि आपकी ईटिंग हैबिट्स बिगड़ती हैं शनि तीसरी दृष्टि से चौथे भाव को देखेंगे। चौथा आपकी मदर का भाव होता है। यहां पर शनि परिणामों को थोड़ा सा डिस्टर्ब कर सकते हैं।
इस अवधि में कोई मकान खरीदने जा रहे हैंतो कोशिश करिए कि सारे डॉक्यूमेंटपूरे हों। यहां पर शनि की दृष्टि इस भाव से संबंधित फलों में डिले हो सकता है। इस भाव से संबंधित फलों की हानि हो सकती है। जब दूसरे भाव में शनि बैठते हैं तो सिर्फ धन भाव को प्रभावित नहीं करते, आपकी आय को भी प्रभावित कर जाते हैं।
आय में हो सकता है कि कहीं न कहीं रुकावट आ जाए। प्रमोशन यदि पेंडिंग पड़ी है तो आपकी प्रमोशन में डिले हो सकता है। इच्छाओं की पूर्ति है उसमें थोड़ी सी देरी हो सकती है।
यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति खराब है। शनि छठे, आठवें, 12वें भाव में है। शनि अस्त स्थिति में है शनि राहु-केतु एक्सेस में है, मंगल से पीड़ित है, सूर्य से पीड़ित हैं तो आपको शनि की रेमेडीज जरूर करनी चाहिए-
ओम शनि शनिश्चराय नमः का जाप करें।
शनिवार के दिन काली दाल उड़द का दान करें।
नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728