Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Nov, 2024 02:08 PM
आज बात करेंगे शनिदेव की। शनिदेव मार्गी हो गए हैं चार महीने के लिए। 29 जून रात के समय शनि वक्री हुए थे कुंभ राशि में और 15 नवंबर को मार्गी होंगे।
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Shani Margi 2024: आज बात करेंगे शनिदेव की। शनिदेव मार्गी हो गए हैं चार महीने के लिए। 29 जून रात के समय शनि वक्री हुए थे कुंभ राशि में और 15 नवंबर को मार्गी होंगे। इसके बाद मार्गी रहते हुए ही 29 मार्च को 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद फिर जो वक्री अवस्था होगी वह 13 जुलाई को होगी। शनिदेव अब लगभग साढ़े महीने मार्गी अवस्था में रहेंगे और मार्गी अवस्था में जिन तीन राशियों को अच्छा फल देंगे।
मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए शनिदेव का गोचर 11वें भाव में हो रहा है। शनिदेव 11वें भाव में बहुत अच्छा फल करते हैं। 11वां भाव आय का भाव है और 11वां भाव कर्म का भाव है। मेष राशि के जातकों के लिए निश्चित तौर पर इन दोनों भावों के स्वामी का अपने नेचुरल फ्लो में आ जाना वक्री अवस्था में नहीं रहेगा। मेष राशि के जातकों के लिए कारोबार में वृद्धि करने वाला भी होगा और इसके साथ-साथ आय में वृद्धि करने वाला भी होगा। जिन लोगों का प्रमोशन रुका हुआ है उनको यहां पर प्रमोशन मिल सकता है। 11वां भाव एलिवेशन का, तरक्की का भाव होता है। यहां पर बैठकर शनि पंचम को देख रहे हैं और पंचम से संबंधित जो फल हैं वक्री अवस्था में जब दृष्टि पड़ रही थी। शनि की पंचम भाव पर वो अच्छी स्थिति नहीं थी। लिहाजा यहां पर अब शनि का मार्गी होना कुल मिलाकर मेष राशि के जातकों के लिए आय धन, कारोबार और नौकरी के लिहाज से काफी अच्छा रहने वाला है। निश्चित तौर पर आपको इसके बहुत अच्छे रिजल्ट मिलते हुए नजर आएंगे।
कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर इस समय छठे भाव में हो रहा है। कन्या राशि के जातकों के लिए शनि पंचम और छठे दोनों भावों के स्वामी होते हैं। पंचमेश शनि निश्चित तौर पर कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ फल फलदायक होते हैं। पंचम भाव का स्वामी हमेशा शुभ रिजल्ट करता है। अब शनि यहां पर छठे भाव में बैठे हैं। छठे को मजबूत कर रहे हैं। छठा रोग, ऋण, शत्रु का भाव होता है। यदि शनि की महादशा या अंतर्दशा में कर्ज आ जाता है। तो निश्चित तौर पर शनि के शुभ गोचर में वह कर्ज उतरना भी शुरू होता है। छठे भाव में शनि को शनि का होना निश्चित पर वो उस भाव को मजबूत करने वाला है। यहां पर मार्गी हो जाना सामान्य अवस्था में आ जाना इसको ज्यादा मजबूती देगा। लिहाजा आपको कर्ज में मुक्ति मिलती हुई नजर आ सकती है। यदि कोई शारीरिक समस्या है तो वहां पर राहत मिलती हुई नजर आ सकती है। यदि कोई कोर्ट का केस चल रहा है तो वहां पर भी निश्चित तौर पर चीजें आपके पक्ष में जाती हुई नजर आएंगी। इसके अलावा पंचम के भी अच्छे फल करेंगे। शनि यहां पर पंचम बुद्धि-विवेक का भाव होता है। यानी कि जो भी आप काम करेंगे कोई भी आप डिसीजन लेंगे। संतान पक्ष से आपको अच्छी खबर मिलती हुई नजर आ सकती है। पांचवां भाव प्रेम का भाव होता है, निश्छल प्रेम यहीं से आता है, रिश्ता यहीं से होता है। तो जो लोग सिंगल हैं उनकी लाइफ में किसी न किसी की एंट्री हो सकती है। पांचवें भाव से इजी गेंस देखा जाता है तो इस भाव के फल भी आपको अब बेटर होते हुए नजर आएंगे।
धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर तीसरे भाव में हो रहा है। शनि का गोचर तीसरे भाव का अच्छा होता है। शनि आपके लिए धन स्थान और पराक्रम वाला भाव दोनों भावों के स्वामी बनते हैं। तो निश्चित तौर पर शनि चूंकि मार्गी अवस्था में आ गए हैं। धन स्थान का स्वामी वक्री था तो वहां पर निश्चित तौर पर को कहीं न कहीं कोई गड़बड़ हो रही थी। धन वाले मामले में तो यहां पर आपको उसमें राहत मिलती हुई नजर आएगी। धन में वृद्धि करने का काम यहां पर शनि करेंगे। धन के साथ-साथ कुटुंब में भी आप का प्रभाव बढ़ेगा क्योंकि दूसरा भाव कुटुंब भाव भी होता है। तीसरे भाव में शनि का गोचर तीसरे भाव को मजबूती देगा। यह पराक्रम का भाव है छोटे भाई के साथ आपका तालमेल बेटर होगा। कोई भी आप काम करेंगे वो डिटरमिनेशन के साथ करेंगे। यहां पर जो धनु राशि के जातक हैं उनका कॉन्फिडेंस बढ़ता हुआ नजर आएगा। उनका ब्रदर के साथ तालमेल बेटर होता हुआ नजर आएगा और धन में वृद्धि होती हुई नजर आ सकती है। शनि के इस मार्गी अवस्था के दौरान ये लगभग साढ़े महीने का पीरियड है जो इन तीन राशियों के लिए निश्चित तौर पर बहुत बेटर होने जा रहा है।
नरेश कुमार
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