Edited By Prachi Sharma,Updated: 20 May, 2024 07:46 AM
आज बात करेंगे शनि देव की। शनि देव 2024 को वक्री होने जा रहे हैं। ये लगभग 139 दिन तक वक्री अस्वथा में रहेंगे। 15 नवंबर को शनि मार्गी होंगे और 30 जून को वक्री होंगे। सबसे पहले
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Shani Retrograde: आज बात करेंगे शनि देव की। शनि देव 2024 को वक्री होने जा रहे हैं। ये लगभग 139 दिन तक वक्री अस्वथा में रहेंगे। 15 नवंबर को शनि मार्गी होंगे और 30 जून को वक्री होंगे। सबसे पहले जानेंगे कि शनि वक्री और मार्गी क्या होता है ?
सूर्य से शनि जब 120 डिग्री दूर चले जाते हैं तो वक्री अवस्था में आ जाते हैं। मानलीजिए आपकी कुंडली में सूर्य मेष राशि में पड़े हैं तो शनि उच्च के होंगे तो वक्री ही होंगे। जब प्लानेट वक्री होते हैं तो आपका चेष्टा बल बढ़ जाता है। शनि ऐसे फल हैं जो कर्म के फल देते हैं। शनि देव के पॉजिटिव फल भी देंगे। जिनकी कुंडली में शनि शुभ गोचर में हैं उन्हें बढ़िया परिणाम मिलेंगे।
धनु राशि के लिए शनि तीसरे स्थान में हैं। इस भाव में शनि शुभ गोचर में है। इधर आपको शनि के शुभ परिणाम मिलेंगे। धनु राशि के जातकों के लिए ये गुरु की राशि है। इसके लिए शनि दूसरे भाव के स्वामी बन जाते हैं। यहां पर शनि कभी-कभी अष्टम से अष्टम का फल भी कर जाते हैं जब शनि खराब अवस्था में हो तो। शनि यहां पे अच्छी अवस्था में हैं। शनि उन दो राशियों के फल करेंगे जिनके वो स्वामी हैं। 30 जून के बाद धनु राशि के जातकों के लिए पैसों में वृद्धि होने वाली है। आय में वृद्धि होगी या फिर आपके धन भाव में वृद्धि हो सकती है। यदि आंख में कोई दिक्कत है तो वहां पर आपको राहत मिलती हुई नजर आएगी। शनि तीसरे भाव में स्वामी हैं। भाई की तरफ से आपको खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। शनि पंचम दृष्टि को देखेंगे। पंचम भाव आपकी बुद्धि और विवेक का भाव है। यहां से इजी गेन्स आते हैं तो इसके शुभ प्रभाव आपको देखने को मिलेंगे। संतान पक्ष की तरफ से आपको शुभ खबर देखने को मिल सकती है। यदि मार्केट में निवेश किया हुआ है तो आपको वहां पर फायदा हो सकता है। जो हायर एजुकेशन के स्टूडेंट्स हैं उन्हें भी फायदा देखने को मिलेगा। शनि जब तीसरे बैठे हैं तो एक दृष्टि रहेगी भाग्य स्थान के ऊपर। इस वजह से भाग्य स्थान एक्टिव हो गया। भाग्य स्थान से आपको ऐसे फल मिलेंगे, जिससे आपको आगे बहुत फायदा देखने को मिलेगा। किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं तो आपको वहां पर आपको बढ़िया परिणाम देखने को मिलेंगे। वक्री अवस्था में शनि आपको बढ़िया परिणाम मिलेंगे। धार्मिक यात्रा भी आप कर सकते हैं। केतु और गुरु के साथ-साथ शनि को भी अध्यात्म का प्लेनेट माना जाता है। शनि की एक दृष्टि रहेगी आपके बारहवें भाव के ऊपर। यदि आपकी राशि धनु है तो विदेश यात्रा का भी योग बन सकता है। यदि आपकी कुंडली में शनि खराब है तो निश्चित तौर पर आपको इसके उपाय करने चाहिए।
शनि ग्रह को मजबूत करने के लिए इस मंत्र का जाप करें -
ॐ शं शनैश्चराय नमः
यदि ऑफिस में आपके अंडर कोई काम करता है तो आपको उनके साथ बढ़िया बना के रखना चाहिए।
शनिवार शाम के समय काली उड़द की दाल या लोहा डोनेट करना चाहिए। यह दान शाम के समय होगा।
शनिवार शाम के समय नीलम धारण करें। कोई भी काम करने से पहले संकल्प जरूर लें।
नरेश कुमार
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