Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Mar, 2025 09:35 AM
ज्योतिष में न्याय के कारक ग्रह शनिदेव 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि में मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर शनि की साढ़े साती शुरू हो जाएगी। जबकि सिंह और धनु राशि शनि की ढैया के प्रभाव में आ जाएंगी।
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Shani Sade Sati: ज्योतिष में न्याय के कारक ग्रह शनिदेव 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि में मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर शनि की साढ़े साती शुरू हो जाएगी। जबकि सिंह और धनु राशि शनि की ढैया के प्रभाव में आ जाएंगी। शनि के इस गोचर के साथ ही मकर राशि को साढ़े साती से मुक्ति भी मिलेगी और कर्क और वृश्चिक राशियां भी शनि के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगी। शनि के इस राशि परिवर्तन को लेकर बहुत सारे जातक डरे हुए हैं ख़ास तौर पर वह जातक जिन पर शनि की साढ़े साती या ढैया शुरू हो रही है। इस आर्टिकल में कुछ एग्जांपल के जरिए यह समझने की कोशिश करेंगे कि शनि की ढैया से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि शनि कर्म फल कारक ग्रह हैं और यदि आपका कर्म अच्छा है तो आपको निश्चित तौर पर इसका फल अच्छा ही मिलता है।
सबसे पहले समझते हैं कि आखिर साढ़े साती काम कैसे करती है। आपकी जन्म कुंडली में चन्द्रमा जिस राशि में होता है उस राशि से एक राशि पहले यदि शनि का गोचर शुरू हो जाए तो आप साढ़े साती के प्रभाव में आ जाते हैं। जैसा 29 मार्च के बाद मेष राशि के जातकों के साथ होगा क्योंकि शनि मीन राशि में आएंगे तो मेष राशि पर साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इसी प्रकार जब शनि चन्द्रमा के ऊपर से गोचर करता है तो इसे शनि की साढ़े साती की दूसरी ढैया माना जाता है जबकि चन्द्रमा से शनि यदि एक घर आगे चला जाए तो यह साढ़े साती का आखिरी फेस होता है। चन्द्रमा चूंकि एक राशि में 54 घंटे रहता है लिहाजा हम सिर्फ किसी की भी कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति के आधार पर उस पर चली साढ़े साती का आकलन कर सकते हैं, इसके लिए हमें जन्म के समय की जरूरत नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ है और उनकी जन्म कुंडली वृश्चिक राशि की है। शनि 15 नवंबर 2011 को तुला राशि में आए तो प्रधानमंत्री पर शनि की साढ़े साती शुरू हो गई और उन पर यह साढ़े साती 24 जनवरी 2020 तक चली। इसी अवधि में नरेंद्र मोदी 2014 और 2019 में 2 बार पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने। हालांकि साढ़े साती समाप्ति के बाद तीसरी बार उन्हें पूर्ण बहुमत नहीं मिल सका।
अब आते हैं अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कुंडली पर ,डोनाल्ड ट्रंप का जन्म 14 जून 1946 को हुआ है और उनकी राशि भी वृश्चिक है। डोनाल्ड ट्रंप भी 15 नवंबर 2011 से 24 जनवरी 2020 तक शनि की साढ़े साती के प्रभाव में रहे। इसी दौरान 20 जनवरी 2017 को वह पहली बार अमरीका के राष्ट्रपति बने।
टेस्ला के सी.ई.ओ एलन मास्क आज कल बहुत चर्चा में हैं, वह दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट में अहम रोल में भी हैं। मस्क का जन्म 28 जून 1971 को हुआ था और उनकी चंद्र राशि सिंह है। मस्क पर 6 सितंबर 2004 से लेकर 4 अगस्त 2012 तक शनि की साढ़े साती चली। इसी दौरान उन्होंने टेस्ला की शुरुआत की और टेस्ला आज दुनिया भर की शीर्ष इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों में से एक है। साढ़ेसाती के दौरान ही ट्रंप की दूसरी कंपनी स्पेस एक्स ने स्पेस में एक के बाद एक सफलता हासिल की। 2008 में धरती के आर्बिट में पहुंचने वाला स्पेस एक्स का पहला रॉकेट फाल्कन इसी अवधि में भेजा गया। 2012 में मस्क की कंपनी ने इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में पहला कमर्शियल स्पेसक्राफ्ट भेजा।
इसी प्रकार एमेजॉन के सी.ई.ओ जेफ़ बोजेस का जन्म 12 जनवरी 1964 को हुआ है और उनकी चंद्र राशि धनु है। जेफ़ बोजेस पर शनि की साढ़े साती 2 नवंबर 2014 से लेकर 17 जनवरी 2023 तक चली और इसी दौरान जुलाई 2018 को वह दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए।
भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी का जन्म 9 अप्रैल 1957 को हुआ है और उनकी जन्म कुंडली में चन्द्रमा धनु राशि में है। जेफ्फ बोजेस की तरह मुकेश अंबानी भी 2 नवंबर 2014 से लेकर 17 जनवरी 2023 तक शनि की साढ़े साती के प्रभाव में रहे और इस दौरान वह जुलाई 2018 में एशिया के सबसे अमीर आदमी बन गए।
भारतीय टीम के कप्तान रहे विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी ने भी अपने करियर में बुलंदियों को उसी वक्त छुआ, जब उन पर शनि की साढ़े साती चल रही थी। विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को हुआ है और उनकी कुंडली में चन्द्रमा कन्या राशि में है जबकि 7 जुलाई 1981 को पैदा हुए महेंद्र सिंह धोनी की चंद्र राशि भी कन्या है। दोनों पर 1 नवंबर 2006 को शनि की साढ़े साती शुरू हुई और 2 नवंबर 2014 तक चली। शनि की साढ़े साती के दौरान ही 2008 में विराट कोहली भारतीय टीम में शामिल हुए और 2014 में टीम के कप्तान भी बने। इसी प्रकार महेंद्र सिंह धोनी ने शनि की साढ़े साती के दौरान ही 2011 में वर्ल्ड कप जीता।
पूर्व मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई 1982 को हुआ और उनकी जन्म कुंडली वृष राशि की है। प्रियंका पर 17 जुलाई 1998 से लेकर 6 सितंबर 2004 तक शनि की साढ़े साती चली और इसी दौरान वह साल 2000 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब अपने नाम करने में कामयाब रही।
इसी प्रकार बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का जन्म 5 जनवरी 1986 को हुआ और उनकी कुंडली में चन्द्रमा तुला राशि में है। प्रियंका पर भी 10 सितंबर 2009 से लेकर 26 जनवरी 2017 तक शनि की साढ़े साती चली और इसी दौरान प्रियंका ने चेन्नई एक्सप्रेस, राम लीला, यह जवानी है दीवानी जैसी हिट फिल्में दी और उन्हें इसी दौरान फिल्म जगत में कई खिताब भी मिले।
यह महज चंद लोगों के उदाहरण हैं जो लोग शनि की साढ़े साती में ही बुलंदियों को छु गए। यह उदाहण भी आपके सामने इसलिए पेश किए गए हैं क्योंकि इनके संबंध में तमाम जानकारी पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है और इसे आसानी से क्रॉस चेक किया जा सकता है। इनके अलावा भी आपके आस-पास कई ऐसे लोग होंगे जो शनि की साढ़े साती में ही बुलंदियों पर पहुंच गए इसलिए आप सबसे निवेदन है कि शनि से डरिए मत। यदि आपका कर्म अच्छा है तो निश्चित तौर पर साढ़े साती आपके लिए मौका साबित होगी, मुसीबत नहीं।