Edited By Prachi Sharma,Updated: 22 Jun, 2024 02:01 PM
आज बात करेंगे शनिदेव की। ये वक्री होने जा रहे हैं 29 जून मध्य रात को। 139 दिनों तक तक शनि वक्री ही रहेंगे। 15 नवंबर तक शनि मार्गी रहेंगे। वक्री ग्रह का चेष्टा बल थोड़ा बढ़ जाता है। सूर्य से शनि जब 120 डिग्री दूर चले
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Shani Vakri: आज बात करेंगे शनिदेव की। ये वक्री होने जा रहे हैं 29 जून मध्य रात को। 139 दिनों तक तक शनि वक्री ही रहेंगे। 15 नवंबर तक शनि मार्गी रहेंगे। वक्री ग्रह का चेष्टा बल थोड़ा बढ़ जाता है। सूर्य से शनि जब 120 डिग्री दूर चले जाते हैं तो वक्री अवस्था में आ जाते हैं। मानलीजिए आपकी कुंडली में सूर्य मेष राशि में पड़े हैं तो शनि उच्च के होंगे तो वक्री ही होंगे। जब प्लानेट वक्री होते हैं तो आपका चेष्टा बल बढ़ जाता है। शनि ऐसे फल हैं जो कर्म के फल देते हैं। शनि देव के पॉजिटिव फल भी देंगे। जिनकी कुंडली में शनि शुभ गोचर में हैं उन्हें बढ़िया परिणाम मिलेंगे।
वृश्चिक राशि से शनि चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं। शनि का गोचर यहां से हैं और इसे शनि की ढैया कहा जाता है। वृश्चिक राशि के लिए शनि अनुकूल ग्रह नहीं हैं। शनि की दृष्टि चौथे भाव के ऊपर जा रही है। कर्ज लेने की सम्भावना है। अटका हुआ पैसा आपको मिल सकता है। किसी की गरंटी लेने से बचें। यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसमें उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। अगर कोई बीमारी से परेशान हैं तो समय-समय पर दवाई लेते रहें। शनि सीधा दशम को प्रभावित कर रहे हैं। यहां सातवीं दृष्टि से शनि प्रभावित हैं। नौकरी में आपको बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। बॉस के साथ मन-मुटाव हो सकता है। शनि की दशम दृष्टि आपके चन्द्रमा के ऊपर जा रही है। आपका मन थोड़ा नेगेटिव होना शुरू हो जाता है। शरीर में सुस्ती आ सकती है।
नरेश कुमार
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