Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Jul, 2024 08:29 AM
ज्योतिष शास्त्र में न्याय और कर्म के देवता माने जाने वाले शनि का खास स्थान है। हर ग्रह एक निश्चित समय के बाद वक्री और मार्गी होता है। जिसका असर व्यक्ति और देश-दुनिया में देखने को मिलता है। शनि को
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Shani Vakri ka Prabhav: ज्योतिष शास्त्र में न्याय और कर्म के देवता माने जाने वाले शनि का खास स्थान है। हर ग्रह एक निश्चित समय के बाद वक्री और मार्गी होता है। जिसका असर व्यक्ति और देश-दुनिया में देखने को मिलता है। शनि को सभी ग्रहों और नक्षत्रों में सबसे धीमी गति में चलने वाला ग्रह माना जाता है। शनि 139 दिनों तक वक्री अवस्था में रहेंगे। तो आइए जानते हैं कि शनि के व्रकी होने से क्या प्रभाव पड़ेगा-
शनि व्रकी का देश-दुनिया में क्या रहेगा प्रभाव
आतंकी घटनाएं बढ़ने की संभावना है।
अनाज की अच्छी पैदावार होगी और सत्ता संगठन में बदलाव होंगे।
नई दवाइयां और तकनीक में पहले से ज्यादा डेवलपमेंट होता हुआ नजर आएगा।
दुनिया के कई देशों की सीमा पर तनाव बढ़ सकता है।
प्राकृतिक आपदा के साथ अग्निकांड, भूकंप और गैस दुर्घटना होने की संभावना।
उच्च पद में नियुक्त लोगों को अपनी सेहत और सुरक्षा पर खास ध्यान देना होगा।
शनि व्रकी के शुभ प्रभाव
शनि की चाल में बदलाव से सभी लोगों के जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। साथ ही कुछ राशियों को भी बहुत लाभ होगा। इन राशियों की धन-दौलत में बढ़ोतरी हो सकती है। पैसों से जुड़ी समस्या दूर होगी। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान पर जाने का प्लान बनाएंगे। लव लाइफ में रोमांस बना रहेगा।
शनि के यह उपाय होंगे लाभकारी
शनिवार के दिन शनि देव के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। साथ ही इस दिन शनि के बुरे प्रभावों से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ बहुत ही उपयोगी माना जाता है।
इस दिन काले कुत्ते को खाना खिलाएं और पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
शनिवार को गरीब या जरूरतमंद लोगों को दान करना बहुत लाभकारी माना जाता है। इस दिन अन्न, धन या वस्त्र का दान करके शनि के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।