Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Jan, 2025 07:13 AM
What makes Lord Shani angry: सूर्य पुत्र शनिदेव को दुख देने वाला माना जाता है परंतु ऐसा नहीं है। शनिदेव प्रकृति में संतुलन बनाकर प्रत्येक प्राणी के साथ न्याय करते हैं। जो इंसान अनुचित कार्य करते हैं, उन्हें ही शनिदेव के कुप्रभाव को सहना पड़ता है।...
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What makes Lord Shani angry: सूर्य पुत्र शनिदेव को दुख देने वाला माना जाता है परंतु ऐसा नहीं है। शनिदेव प्रकृति में संतुलन बनाकर प्रत्येक प्राणी के साथ न्याय करते हैं। जो इंसान अनुचित कार्य करते हैं, उन्हें ही शनिदेव के कुप्रभाव को सहना पड़ता है। कुडंली के नवग्रहों में से शनि दशा का व्यक्ति के जीवन पर खास प्रभाव पड़ता है। शनिदेव के कुपित होने की ओर इशारा करती हैं यह बातें-
आंखों की रोशनी कम हो जाती है और कमर दर्द की समस्या भी पैदा होती है।
पढ़ाई-लिखाई में मन न लगने से नए ज्ञान की प्राप्ति नहीं होती और संबंधित क्षेत्र में सफलता नहीं मिलती।
कुंडली में शनि का बुरा प्रभाव होने से विवाहोपंरात ससुराल पक्ष में कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है।
घर निर्माण के समय कोई अशुभ घटना का घटित होना भी शनिदेव के कुपित होने का इशारा है।
कई प्रकार की समस्याएं होती हैं जैसे कम उम्र में बाल सफेद होना, बालों का झड़ना और जोड़ों का दर्द।
जूते-चप्पलों का बार-बार टूटना और खो जाना भी शनिदेव के कुपित होने का सूचक है।
कुंडली में शनिदेव का अशुभ प्रभाव होने से इंसान का मन बुरे कार्यों की ओर अग्रसर होता है। वह बुरी संगति और नशे का शिकार हो जाता है।
जमा की हुई धन-दौलत नष्ट होने लगती है।
शारीरिक रोग के कारण शरीर दुर्बल हो जाता है।
नई खरीदी गई भैंस की मौत हो जाना भी शनिदेव के अशुभ प्रभाव के कारण होता है।
शनिदेव के पक्ष में न होने से किसी व्यक्ति का स्थानांतरण उसकी इच्छा के विरूद्ध होता है अथवा अचानक नौकरी छूट सकती है।
व्यक्ति में आलसीपन पैदा हो जाता है और वह कोई भी कार्य सही तरीके से नहीं कर पाता। जिससे उसे कामयाबी नहीं मिलती।
मुख पर सदा थकावट और चिंता छाई रहती है।
शनिदेव की प्रतिकूल स्थिति के कारण कई आरोप लग सकते हैं जैसे चोरी करने का आरोप, व्यक्ति के विरुद्ध जांच-पड़ताल के आदेश और सजा मिलनी।
व्यापार में सहयोगी द्वारा धोखा देना, कर्ज, लोन और उधार में बढ़ौतरी होना।
गरीब के द्वारा हानि होना।