Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Aug, 2024 06:01 AM
भगवान शिव ने शनिदेव को न्याय का देवता बनाया है। वह हर किसी को उसके कर्मों के अनुसार उचित फल और दण्ड देते हैं। अगर शनिदेव की दृष्टि किसी व्यक्ति पर बिगड़ जाए तो उसे बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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Shaniwar ko kya karna chahie: भगवान शिव ने शनिदेव को न्याय का देवता बनाया है। वह हर किसी को उसके कर्मों के अनुसार उचित फल और दण्ड देते हैं। अगर शनिदेव की दृष्टि किसी व्यक्ति पर बिगड़ जाए तो उसे बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं शनिदेव की कृपा जिस भी जातक पर होती है, उसके जीवन में तरक्की होने लगती हैं, उसे हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन बहुत ही उचित और खास माना जाता है। जिस व्यक्ति पर शनि की कृपा होती है, उसके वारे-न्यारे हो जाते हैं। जिस व्यक्ति पर शनि की कुदृष्टि पड़ जाए, उसे जीवन में कामयाबी प्राप्त करने के लिए कठिनाईयों को सामना करना पड़ता है। लाइफ में चल रही समस्याओं को दूर करने के लिए ज्योतिष विद्वान शनिवार के दिन कुछ उपायों को करने की सलाह देते हैं। इन्हें अपनाने से कुंडली में शनि दोष से मुक्ति मिलती है। तो आइए जानते हैं, शनिदेव को प्रसन्न कैसे किया जाए-
Do these special remedies on Saturday शनिवार के दिन करें ये खास उपाय
दान-पुण्य करें
शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए गरीबों और जरूरतमंदों को काले चने, काले तिल, उड़द दाल का दान करें। इस उपाय को करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही कुंडली से शनि दोष कम हो जाता है।
पीपल के पेड़ की पूजा करें
शनिवार के दिन सूर्यास्त होने पर पीपल के पेड़ की पूजा करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इस उपाय को करने से आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
शनि मंत्रों का जाप करें
शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनि मंत्रों का जाप करें, इससे नौकरी और व्यापार से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही घर-परिवार में समृद्धि बनी रहती है।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए करें इन मंत्रों का जाप-
शनि बीज मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
सामान्य मंत्र- ॐ शं शनैश्चराय नमः।
शनि महामंत्र- ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
शनि का वैदिक मंत्र- ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।
शनि गायत्री मंत्र- ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।
तांत्रिक शनि मंत्र- ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।
शनि दोष निवारण मंत्र- ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम। उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः।।
कुत्तों की सेवा करें
शनिवार के दिन कुत्तों की सेवा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। इस रोज कुत्तों को रोटी खिलाने और देखभाल करने से जीवन में तरक्की के योग बनने लगते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।