Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Nov, 2024 06:45 AM
Shankh Upay In Margshirsha Month: शनिवार दि॰ 16.11.24 से मार्गशीर्ष माह का आरंभ हो रहा है। शास्त्रानुसार श्रीकृष्ण का स्वरूप कहे जाने वाले मार्गशीर्ष माह में शंख पूजन का विशेष महत्व है। विष्णु पुराण के अनुसार समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में से...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Shankh Upay In Margshirsha Month: शनिवार दि॰ 16.11.24 से मार्गशीर्ष माह का आरंभ हो रहा है। शास्त्रानुसार श्रीकृष्ण का स्वरूप कहे जाने वाले मार्गशीर्ष माह में शंख पूजन का विशेष महत्व है। विष्णु पुराण के अनुसार समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में से शंख एक रत्न है। लक्ष्मी समुद्र पुत्री हैं व शंख उनका सहोदर भाई है। अष्टसिद्धि व नवनिधी में शंख का स्थान महत्वपूर्ण है। शंख को विजय, समृद्धि, सुख, यश, र्कीत व लक्ष्मी का साक्षात प्रतीक माना गया है। शंख का जल सभी को पवित्र करने वाला माना गया है, इसी कारण आरती के बाद शंख से जल छिड़का जाता है। भगवान विष्णु अपने हाथों में चक्र, गदा व कमल के साथ-साथ शंख भी धारण करते हैं। शंख विष्णु का एक प्रमुख आयुध शस्त्र है।
Margashirsha Month Shankh Puja: शंख की पूजा करने से घर में वातावरण शुद्ध होता है। घर में जल के स्रोत पर शंख रखने से धन-धान्य की वृद्धि होती है। शंख से केसर मिले जल से नारायण का अभिषेक करने से घर में बरकत आती है। शंख पूजन से लक्ष्मी-नारायण प्रसन्न होते हैं। अगहन मास में शंख पूजा से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। मार्गशीर्ष माह में शंख पूजन से धन का अभाव नहीं रहता।
Shankh ki Puja Vidhi शंख पूजन विधि: शंख का विधिवत दशोपचार पूजन करें। रोली मिले घी से दीप करें, अगरबत्ती जलाएं, रोली चढ़ाएं, लाल फूल चढ़ाएं, कच्चे दूध का भोग लगाएं तथा इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद कच्चे दूध को जलप्रवाह करें।
Shankh puja mantra शंख पूजन मंत्र: ह्रीं श्रीं क्लीं ब्लू शंखानिधये नम:॥
मार्गशीर्ष माह का गुडलक मंत्र: ही श्रीं क्लीं शंखाय श्रीधराय नम:॥
मार्गशीर्ष माह का बर्थडे गुडलक: मनोवांछित फल प्राप्त हेतु दूध भरे शंख से श्रीहरी का अभिषेक करें।
मार्गशीर्ष माह का एनिवर्सरी गुडलक: पारिवारिक समृद्धि हेतु शंख में केसर मिले जल से लक्ष्मी-नारायण का अभिषेक करें।
Goodluck Mahaguru's great trick गुडलक महागुरु का महा टोटका: धन आभाव से मुक्ति हेतु जल भरे शंख से भगवान की आरती उतारकर तिजोरी में छिड़काव करें।