Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Sep, 2024 04:01 AM
हिंदू धर्म में आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।
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Shardiya Navratri 2024: हिंदू धर्म में आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि को सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर गुरुवार के दिन से होने जा रही है और इसका समापन 11 अक्टूबर को होगा। हर साल मां दुर्गा अलग-अलग वाहन पर सवार होकर आती हैं। नवरात्रि में मां दुर्गा किस वाहन पर सवार होकर आएंगी, यह नवरात्रि का शुभारंभ किस दिन से हो रहा है, इस पर निर्भर करता है। माता के वाहन के अनुसार कुछ न कुछ प्रभाव देश-दुनिया पर भी देखने को मिलता है। तो आइए जानते हैं कि इस नवरात्रि माता किस वाहन पर सवार होकर आएंगी।
क्या है मां दुर्गा की सवारी
नवरात्रि में मां दुर्गा किस वाहन पर सवार होकर आएंगी, यह नवरात्रि का शुभारंभ किस दिन से हो रहा है, इस पर निर्भर करता है। अगर नवरात्रि की शुरुआत मंगलवार या शनिवार से हो रही है तो माता की सवारी घोड़ा होता है। वहीं अगर नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार या शुक्रवार से हो रही हो तो मां दुर्गा की सवारी पालकी या डोली होती है। इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार के दिन से हो रही है इसलिए मां दुर्गा की सवारी डोली होगी।
पालकी पर मां दुर्गा की सवारी होने का यह होगा देश-दुनिया पर असर
देवी पुराण में मां दुर्गा की पालकी या डोली में सवार होकर आना अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। मां जब भी पालकी पर सवार होकर आती हैं तो इसका बुरा प्रभाव देश-दुनिया पर देखने को मिलता है। इस वजह से लोगों को कारोबार में धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। सेहत में गिरावट देखने को मिलेगी। कोई बड़ी अप्राकृति घटना का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही पारिवारिक जीवन में आपसी मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। डोली पर सवार आ रही मां दुर्गा की पूरे विधि-विधान से पूजा करके जीवन में आने वाली कई समस्याओं से बचा जा सकता है।