Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Oct, 2024 06:41 AM
आज शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन है। यह दिन मां कालरात्रि को समर्पित है। मां कालरात्रि नवदुर्गा का सातवां स्वरूप हैं।
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Shardiya Navratri 2024 7th Day Maa Kalratri Puja Vidhi: आज शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन है। यह दिन मां कालरात्रि को समर्पित है। मां कालरात्रि नवदुर्गा का सातवां स्वरूप हैं। मां कालरात्रि का रूप अत्यंत उग्र और भयानक है। यह तीन नेत्रधारी हैं। मां कालरात्रि के गले में विद्युत् की अद्भुत माला है। इनके हाथों में खड्ग और कांटा है और इनका वाहन गधा है लेकिन मां कालरात्रि भक्तों का हमेशा कल्याण करती हैं इसलिए इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि को कैसे प्रसन्न किया जा सकता है।
Maa kalratri Bhog मां कालरात्रि का भोग
मां कालरात्रि को गुड़ का भोग अत्यंत प्रिय है। नवरात्र में सप्तमी तिथि की पूजा के समय मां कालरात्रि को गुड़, गुड़ की खीर या गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए, कहते हैं कि ऐसा करने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Enemies will be pacified by worshipping Maa Kalaratri मां कालरात्रि की पूजा से शत्रु होंगे शांत
नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर श्वेत या लाल वस्त्र धारण करके रात्रि में मां कालरात्रि की पूजा करें। मां के समक्ष दीपक जलाएं और उन्हें गुड़ का भोग लगाएं। इसके बाद 108 बार नवार्ण मंत्र पढ़ते जाएं और एक-एक लौंग चढ़ाते जाएं।
Navarn Mantra नवार्ण मंत्र- "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे"
उन 108 लौंग को इकठ्ठा करके अग्नि में डाल दें। आपके विरोधी और शत्रु शांत होंगे।
The great remedy for Navratriनवरात्रि का महा उपाय
नवरात्रि में किसी भी रात्रि को मां लक्ष्मी की पूजा करें। उन्हें गुलाब का फूल अर्पित करें और दीपक जलायें। इसके बाद सोलह बार श्री सूक्त का पाठ करें। आपकी धन सम्बन्धी समस्यायें दूर होंगी।
Prayer Mantra of Maa Kalratri मां कालरात्रि का प्रार्थना मंत्र
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥
वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा।
वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
Praise Mantra of Maa Kalaratri मां कालरात्रि की स्तुति मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
Method of Worship of Maa Kalratri मां कालरात्रि की पूजा विधि
मां के समक्ष घी का दीपक जलाएं। मां को लाल फूल अर्पित करें। साथ ही गुड़ का भोग लगाएं। मां के मंत्रों का जाप करें या सप्तशती का पाठ करें। लगाए गए गुड़ का आधा भाग परिवार में बांटें। बाकी आधा गुड़ किसी ब्राह्मण को दान कर सकते हैं। काले रंग के वस्त्र धारण करके या किसी को नुकसान पंहुचाने के उद्देश्य से पूजा न करें।
Benefits of worshiping Maa Kalratri मां कालरात्रि की पूजा के लाभ
शत्रु और विरोधियों को नियंत्रित करने के लिए मां कालरात्रि की उपासना अत्यंत शुभ होती है। इनकी उपासना से भय, दुर्घटना और रोगों का नाश होता है। कालरात्रि की उपासना से नकारात्मक ऊर्जा या तंत्र-मंत्र का असर नहीं होता। ज्योतिष में शनि ग्रह को नियंत्रित करने के लिए इनकी पूजा करना अद्भुत परिणाम देता है।
आचार्य पंडित सुधांशु तिवारी
प्रश्न कुण्डली विशेषज्ञ/ ज्योतिषाचार्य
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