Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Dec, 2024 08:25 AM
पहाड़ की चोटी पर बसे नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण हिमाचल प्रदेश के ऐतिहासिक शहर शिमला की पहाड़ियां हमेशा से रहस्यमय आकर्षण का केंद्र रही हैं। आकाश को छूते घने देवदार व अन्य वृक्षों के घने जंगल के मध्य स्थापित एक विशाल हनुमान जी की
Tourist Places to Visit in Shimla: पहाड़ की चोटी पर बसे नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण हिमाचल प्रदेश के ऐतिहासिक शहर शिमला की पहाड़ियां हमेशा से रहस्यमय आकर्षण का केंद्र रही हैं। आकाश को छूते घने देवदार व अन्य वृक्षों के घने जंगल के मध्य स्थापित एक विशाल हनुमान जी की प्रतिमा श्रद्धालुओं व सैलानियों को बरबस ही अपनी ओर आकृष्ट करती है। यह शहर श्यामला से शिमला बनते-बनते व ब्रिटिश शासन काल से आज तक अपने आप में एक बहुत बड़े इतिहास को अपने गर्भ में छिपाए हुए है, जिसकी यात्रा 1822 में ‘कैनेडी हाऊस’ से शुरू हुई थी वो आज देवदारों के स्थान पर कंकर ईंटों के जंगल में कोसों दूर तक फैली नजर आ रही है जिसका श्यामला से शिमला, शिमला से छोटा शिमला व छोटा शिमला से न्यू शिमला तक का सफर समय परिवर्तन का साक्ष्य ही तो है।
Weather in shimla: शिमला का दृश्य हर मौसम के साथ बदलता रहता है। कभी धुंध से लिपटी पहाड़ियों तो कभी बर्फ की चादर लपेटे खड़ी शिमला के प्रत्येक मौसम में नैसर्गिक, रमणीय व खूबसूरत कुदरती मनमोहक दृश्यों को ताजातरीन चित्रकारी का एहसास कराता है। शिमला के चारों तरफ बर्फ की चादर लपेटे चोटियां व इन पर्वतों की तलहटी पर लहलहाते हरे-भरे लम्बे-लम्बे पेड़ जो आसमान को छूने को उतावले, सदियों से सैलानियों के स्वागत में खड़े शिमला की खूबसूरती को चार-चांद लगाते हैं।
Famous Temples in Shimla: पहाड़ों की रानी शिमला और इसके आसपास के दर्शनीय स्थल व इसकी प्राकृतिक खूबसूरती का आकर्षण देश ही नहीं विदेशी सैलानियों को भी बरबस ही शिमला की तरफ खींच लाता है। श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से शाम तक बजती मंदिर की घंटियां व दूर-दूर तक इनकी आवाज से सारा वातावरण गुंजायमान होता व सैलानियों को इन मंदिरों के प्रति कौतूहल पैदा कराती हैं जिनमें प्रमुख हैं जाखू मंदिर जो देवदार के जंगल के मध्य निर्मित है। यह मंदिर खुले वातावरण में स्थित शिमला का एक रमणीक पर्यटन
स्थल है।
Temples in Shimla For A Spiritual Visit: काली बाड़ी मंदिर शिमला शहर के मध्य में स्थित है। इस मंदिर के परिसर से शिमला का नजारा देखते ही बनता है। शिमला के एक सुंदर व शांत क्षेत्र में संकट मोचन हनुमान मंदिर में दिन भर हनुमान चालीसा व सुंदर कांड की धुनों से सारा वातावरण गुंजायमान रहता है।
Temples in Shimla: शिमला-कालका मार्ग पर तारा देवी नामक स्थान से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी पर स्थित है तारा देवी माता का मंदिर जिन्हें क्योंथल रियासत की कुल देवी के रूप में भी पूजा जाता है। यहां पहुंच कर श्रद्धालु व सैलानी शिमला के मनोरम व सुंदर दृश्य को देख कर आत्म विभोर हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त शिमला में कामना देवी मंदिर, शिव मंदिर, गोपाल मंदिर, बालूगंज, राधाकृष्ण मंदिर, गंज बाजार का राम मंदिर व ढींगू देवी का मंदिर इत्यादि शिमला के आस्था और विश्वास के केंद्र हैं।
Shimla tourism places to visit: शिमला व इसके आसपास की नैसर्गिक सुंदरता व परिपूर्ण खूबसूरती इन स्थलों जैसे चायल, जहां पर है दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान, कुफरी, खूबसूरत गांव फागू, नारकंडा की हाटू चोटी, मशोबरा, चायल, रात के जुगनुओं की भांति झिलमिलाता कसौली व सुंदर हरी-भरी पेड़ों से ढकी नालदेहरा की वादियों की सैरगाहें आसमानों को छूते देवदारों के हरे भरे वन क्षेत्रों में भ्रमण करने आए सैलानियों को नई ऊर्जा प्रदान तो करते ही हैं साथ ही यहां के प्राकृतिक दृश्यों व अद्भुत नजारे से इन्हें अभिभूत कर मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
Tourist Places to Visit in Shimla: शिमला शहर को धरोहर भवनों के शहर से भी जाना जाता है। ब्रिटिश साम्राज्य के पुराने भवन जिनकी गणना आज धरोहर भवनों में होती है, में प्रमुख है 1822 में कैप्टन कैनेडी द्वारा निर्मित भवन जो कैनेडी भवन के नाम से जाना गया। क्राईस्ट चर्च जो 1844 में निर्मित यह शिमला शहर की एक प्राचीनता धरोहरों में एक है। ब्रिटिश शासन का सचिवालय व वर्तमान में महालेखाकार कार्यालय को गार्टन कैसल के नाम से जाना जाता है। इनमें कुछ भवन अपने अस्तित्व के 100 साल पूरे कर चुके हैं जिनमें प्रमुख हैं रेलवे बोर्ड की इमारत जो अपनी भव्यता व वास्तुकला के कारण आंगतुकों को आज भी अपनी ओर आकर्षित कर रही है व कान्नी काटेज जी.पी.ओ. शिमला जो अपनी स्थापना के 125 वर्ष पूर्ण कर चुका है। यह पूर्णत: लकड़ी से निर्मित वास्तुकला का अनूठा उदाहरण है जिसे धरोहर पोस्ट आफिस भी घोषित किया गया है।
1884-1888 में वायसरीगल लाज का निर्माण हुआ। वर्तमान में इस भवन को भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के नाम से जाना जाता है। 1887 में गेयटी थिएटर का उद्घाटन हुआ था जिसे आज मूल संरचना के साथ पुन: से पुन: र्निमित किया गया है।
इनके अतिरिक्त कैथोलिक चर्च, स्कैंडल प्वाइंट, सबसे आकर्षक स्थल माल रोडरिज, आकलैंड हाऊस, हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय चौड़ा मैदान, सी.टी.ओ. इमारत जहां आजकल टैलीफोन एक्सचेंज स्थापित है इन भवनों की भव्यता व वास्तुकला के कारण शिमला को आज धरोहर भवनों के लिए भी जाना जाता है।
शिवालिक पहाड़ियों में शिमला को जोड़ती शिमला-कालका रेलमार्ग अपने-अपने सफर के सौ साल पूरे कर चुका पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बिंदू है। प्राकृतिक सौंदर्य, 102 सुरंगों व घने जंगलों के बीच से गुजरते हुई रेल मार्ग से लगभग पांच घंटे में सैलानी कालका से शिमला पहुंचते हैं। कालका-शिमला का यह सफर यात्रा को अविस्मरणीय तो बना ही देता है साथ ही एक अभूतपूर्व अनुभव व रोमांचकारी यात्रा का आभास भी देता है। रेल मार्ग के अतिरिक्त सैलानी सड़क व हवाई मार्ग से भी शिमला पहुंच सकते हैं। शिमला का हवाई अड्डा जुब्बड़हट्टी में है जो शिमला से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।