Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Feb, 2025 06:25 AM

Mahashivratri Upay: वेदों में जिसे ब्रह्मांड का सार कहा गया है वही शिव हैं, शिव ही एक मात्र संपूर्ण ब्रह्मा के केंद्र बींदू हैं। इन्हें ही संपूर्ण शास्त्रों का सार सत्य के रूप में बताया गया है। संपूर्ण संसार के सारे ग्रंथ सत्यम शिवम सुन्दरम से शुरू...
Mahashivratri Upay: वेदों में जिसे ब्रह्मांड का सार कहा गया है वही शिव हैं, शिव ही एक मात्र संपूर्ण ब्रह्मा के केंद्र बींदू हैं। इन्हें ही संपूर्ण शास्त्रों का सार सत्य के रूप में बताया गया है। संपूर्ण संसार के सारे ग्रंथ सत्यम शिवम सुन्दरम से शुरू होकर वहीं खत्म हो जाते हैं। अपने साकार रूप में भगवान शंकर त्रिभुवन के स्वामी कहलाते हैं। यही वह भगवान शंकर हैं, जिन्होंने रावण को सोने की लंका प्रदान की थी और कुबेर को सारे ब्रह्मांड के धन का स्वामी बना दिया था।
इस महाशिवरात्रि पर ऐसा कुछ करें खास की आप भी बन जाएं धन कुबेर, जीवन भर होगी धन वर्षा
Special remedy for Mahashivratri महाशिवरात्रि का खास उपाय- सफेद शिवलिंग पर एक चांदी, सोने और लोहे का टुकड़ा चढ़ाकर लाल कपड़े में बांधकर पूरे विधि-विधान से भगवान शंकर का पूजन कर तीनों टुकड़े उन्हें अर्पित करें तथा भगवान शंकर से यक्ष की तरह धनवान होने का वर मांग लें।
Mahashivratri mantra महाशिवरात्रि मंत्र: श्रीं यं यक्षस्वरूपाय नमः शिवाय यं श्रीं॥
इस मंत्र का 108 बार जाप करके इस पोटली को तिजोरी में रख दें।