Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Sep, 2024 01:11 AM
श्राद्ध पक्ष तो एक श्रद्धा पक्ष है जिसमें पितृ अपनी संतति से मिलने आते हैं। अपने परिवार की उन्नति देखकर वे प्रसन्न होंगे, न कि नाराज। यह कहना गलत होगा कि पितृ पक्ष में नई चीजें खरीदने से पूर्वज नाराज हो
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Should we go shopping during Shraddha Paksha or not: श्राद्ध पक्ष तो एक श्रद्धा पक्ष है जिसमें पितृ अपनी संतति से मिलने आते हैं। अपने परिवार की उन्नति देखकर वे प्रसन्न होंगे, न कि नाराज। यह कहना गलत होगा कि पितृ पक्ष में नई चीजें खरीदने से पूर्वज नाराज हो जाते हैं और आशीर्वाद नहीं देते। ऐसी धारणा बेतुकी है और शास्त्रों में ऐसा कहीं उल्लेख नहीं किया गया है। आप 16 दिन अपनी रूटीन को कैसे बंद रख सकते हैं ? इन दिनों पूर्वजों की स्मृति में अच्छे कर्म करने चाहिएं। आप निर्धनों की सेवा, सामाजिक और धार्मिक कार्य कर सकते हैं। लंगर लगाएं, पेड़ लगाएं, दवाएं बांटें। ये दिन भी अन्य दिनों की तरह शुभ ही होते हैं जब पितर हमारे घर आते हैं।
उन्हें याद करके उनका आशीर्वाद लें। हां, अमानवीय तथा गलत कार्यों से बचना चाहिए क्योंकि नवरात्रों की तरह यह पखवाड़ा भी एक अनुशासन पर्व है। यदि आप जेवर, विवाह, गृहपयोगी, वस्तुएं, कपड़े आदि इस पक्ष में खरीदना चाहते हैं तो इन शुभ मुहूर्तों में भी खरीद सकते हैं।
यदि कोई घर निर्माण का या रिनोवेशन का काम पहले आरंभ किया हुआ है या कोई खरीदारी चल रही है उसे भी श्राद्ध के दौरान पूरा किया जा सकता है। उस से संबंधित वस्तुएं खरीद सकते हैं। बस ये शोक और श्रद्धा पक्ष सादगी से बिताएं। इसमें ध्वनि प्रदूषण, अनावश्यक दिखावा, धन प्रदर्शन, तामझाम, ऐशो-आराम आदि के दिखावे से बचें और अपने बच्चों को अपने पूर्वजों की मेहनत, त्याग, सफलता की बातें बताएं।
Shopping in Pitru Paksha: कई बार हर धर्म में कोई न कोई ऐसी तर्कहीन बात कह दी जाती है कि उसका मर्म समझे बिना, समाज उसे धार्मिक नियम बना डालता है। उन पर तर्क की बजाय अंधविश्वास चलता है। ऐसा ही कुछ श्राद्ध पक्ष में कुछ भी न खरीदने के लिए कहा जाता है और 15-16 दिन बाजार मुरझाया-मुरझाया-सा रहता है। शादी-विवाह से जुड़े लोग, ज्यूलर्स, कार बाजार, कंस्ट्रक्शन कारोबार आदि में सब लोग अक्सर खाली बैठे दिखाई देते हैं।
Shubh muhurat of Shopping in pitru paksha: यदि कुछ आवश्यक सामान लेना है या कोई दिनचर्या का काम करना ही है तो निम्नलिखित मुहूर्तों पर श्राद्ध पक्ष में कर सकते हैं - सितंबर माह में 19, 20, 23 और 26 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं, वहीं 23 और 26 सितंबर को अमृत सिद्धि योग बनेगा। यह बेहद ही शुभ माना जाता है इसलिए इन दिनों में आप खरीदारी कर सकते हैं।
नामकरण के शुभ मुहूर्त: 19, 20, 22, 23 और 27 सितंबर को शिशु का नामकरण किया जा सकता है।
सितंबर महीने में कब खरीदें वाहन और प्रॉपर्टी
वाहन क्रय हेतु शुभ मुहूर्त: 22, 23, 26 और 27 सितंबर
प्रॉपर्टी क्रय हेतु शुभ मुहूर्त: 26, 27, 28 सितंबर