Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Apr, 2022 08:38 AM
चैत्र मास के नवरात्रि का समापन नवें दिन मां सिद्धिदात्री के पूजन से होता है। सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली हैं। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर
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Chaitra Navratri 9th Day: चैत्र मास के नवरात्रि का समापन नवें दिन मां सिद्धिदात्री के पूजन से होता है। सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली हैं। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर भी आसीन होती हैं। अष्ठ सिद्धियों को देने वाली माता सिद्धिदात्री की विधि-विधान से पूजा करने से सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। नौंवे दिन इन देवी का पूजन सभी नवरात्रि का फल देने वाला होता है। इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष फल प्राप्त होता है। देवी सिद्धिदात्री की कृपा से सभी प्रकार की अलौकिक सिद्धियां और निधियों को साधक सुगमता से प्राप्त करता है। इन्हीं देवी की शक्ति से भगवान शंकर ने अर्धनारीश्वर का रूप धारण किया है। देवी का पूजन सभी देवता, यक्ष, गंधर्व, मानुष सभी बड़ी श्रद्धा से करते हैं। इनका पूजन सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला है। धन, बल, यश की प्राप्ति करने का मार्ग इनका सच्चे मन से किया पूजन है।
देवी का नौ रंग का पूजन करें। नौ रंग के पूजन से भाव नौ रंग के फूल, नौ रंग की मिठाई, नौ प्रकार के श्रृंगार, भोजपत्र, मेवे, कुशा, वस्त्र, धूप, दीप, देसी घी इत्यादि से करने पर मनोकामना पूर्ति होती हैं।
आज के दिन आम के पत्ते और गेंदे के फूलों से बना तोरण घर के द्वार पर लगाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रविष्ट होगी।
सिद्धिदात्री देवी के चित्र पर मधु का स्नान कराने से सभी प्रकार के मंगल कार्य सिद्ध होते हैं।
पीली सरसों का दान करें। कार्य सिद्धि होगी।
नीलम
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