Edited By Prachi Sharma,Updated: 10 Aug, 2024 08:22 AM
जिस दिन सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं उस दिन संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। जिस राशि में ये प्रवेश करते हैं उसके नाम से इसे जाना जाता है। जैसे इस बार सूर्य देव सिंह
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Singh Sankranti 2024: जिस दिन सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं उस दिन संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। जिस राशि में ये प्रवेश करते हैं उसके नाम से इसे जाना जाता है। जैसे इस बार सूर्य देव सिंह राशि में गोचर करेंगे, इस वजह से इसका नाम सिंह संक्रांति है। ये सूर्य देव की अपनी ही राशि है। ये एक राशि में कम से कम 30 दिन तक रहते हैं। संक्रांति के दिन किया गया दान हमेशा पुण्य प्रदान करता है। जो लोग समय और मुहूर्त को देखते हुए पूजन करते हैं उसको ज्यादा जल्दी शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो चलिए पंचांग के अनुसार जानते हैं कि इस बार अगस्त में किस दिन सिंह संक्रांति का प्रव मनाया जाएगा।
When is Singh Sankranti कब है सिंह संक्रांति 2024 ?
ज्योतिष गणना के अनुसार ग्रहों के राजा सूर्य देव 16 अगस्त को शाम कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। उस दिन ही सिंह संक्रांति मनाई जाएगी।
These amazing yogas are being formed बन रहे हैं ये अद्भुत योग
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार की सिंह संक्रांति पर बहुत से शुभ संयोग बनने जा रहे हैं। सिंह संक्रांति पर प्रीति योग और पूर्वाषाढ़ नक्षत्र का निर्माण होगा।
प्रीति योग- दोपहर 1 बजे से शुरू होगा
पूर्वाषाढ़ नक्षत्र- दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा।
इसके अलावा इस दिन पाताल की भद्रा भी होगी।
सिंह संक्रांति पुण्य काल
पुण्य काल का प्रारंभ दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से होगा और यह शाम 6 बजकर 59 मिनट तक इसका समापन हो जाएगा।
Take these measures करें ये उपाय
सिंह संक्रांति के दिन सबसे पहले सुबह-सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करें।
इसके बाद गुड़, लाल पुष्प, तांबा, गेहूं आदि सामग्री का दान करें।
संक्रांति के दिन किसी जरूरतमंद को दान अवश्य करें। ऐसा करने से जल्द ही आपकी अधूरी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।