Edited By Prachi Sharma,Updated: 05 Jan, 2025 07:03 AM
आज 5 जनवरी के दिन स्कंद षष्ठी का पर्व मनाया जाएगा। आज के दिन खासतौर पर भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना की जाती है। दक्षिण भारत में इस पर्व को बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है।
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Skanda Sashti 2025: आज 5 जनवरी के दिन स्कंद षष्ठी का पर्व मनाया जाएगा। आज के दिन खासतौर पर भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना की जाती है। दक्षिण भारत में इस पर्व को बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान कार्तिकेय से जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और मानसिक बल की प्राप्ति होती है। स्कंद षष्ठी का पर्व भगवान कार्तिकेय की विजय को दर्शाने वाला है, जो उनके राक्षसों के साथ युद्ध और उनकी जीत के प्रतीक हैं। भगवान कार्तिकेय को मुरुगन के नाम से भी पूजा जाता है। वे युद्ध, विजय, साहस और वीरता के देवता माने जाते हैं। भगवान शिव और पार्वती के पुत्र होने के कारण वे शिव का अवतार माने जाते हैं।
स्कंद षष्ठी 2025 की पूजा विधि:
स्कंद षष्ठी के दिन उपवासी रहकर व्रत करना बेहद पुण्यकारी होता है। यह व्रत कार्तिकेय की उपासना के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक शुद्धता को भी बढ़ाता है। व्रति पूरे दिन उपवासी रहते हैं और रात को विशेष पूजा करते हैं।
इस दिन व्रत करने वाले को दक्षिण दिशा की तरफ मुख कर के पूजा करनी चाहिए।
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें। स्नान करने के बाद भगवान कार्तिकेय की पूजा का संकल्प लें। उन्हें हल्दी, कुंकुम, फूल, और प्रसाद अर्पित करें।
आज के दिन इन मंत्रों का जाप करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है:
ॐ श्री स्कंदाय नमः
ॐ कुमार कार्तिकेय नमः
ॐ मुरुगाय नमः
स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा विशेष रूप से उबटन, स्नान और अर्पण के साथ करनी चाहिए। पूजा में विशेष रूप से सुपारी, चंदन, पंखुड़ी, और फल अर्पित करें।
Offer these things to Lord Kartikeya भगवान कार्तिकेय को अर्पित करें ये चीजें:
फल और फूल:
भगवान कार्तिकेय को विशेष रूप से सिंदूरी रंग के फूल पसंद हैं। इसके अलावा, आप उन्हें केले, ताजे फल और ताजे पत्ते अर्पित कर सकते हैं।
चंदन और कुमकुम:
भगवान को चंदन और कुमकुम अर्पित करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। चंदन की लकड़ी से भगवान का तिलक करना और कुमकुम अर्पित करना उनके आशीर्वाद को बढ़ाता है।
भगवान कार्तिकेय को चढ़ाएं हल्दी:
आज के दिन खासतौर पर भगवान कार्तिकेय को हल्दी चढ़ाने से व्यक्ति को जीवन की समस्त परेशानियों से मुक्ति मिलती है। ऐसा करने से व्यक्ति की अधूरी मनोकामना जल्द पूरी हो जाती है। इससे ग्रहदोष से भी छुटकारा मिल सकता है।
आत्मिक बल के लिए करें तेल अर्पित :
आप भगवान कार्तिकेय को तिल का तेल अर्पित कर सकते हैं। यह तेल शारीरिक बल और मानसिक शक्ति को बढ़ाने में सहायक होता है और जीवन में सफलताओं के मार्ग खोलता है।