Edited By Prachi Sharma,Updated: 29 Dec, 2023 08:22 AM
माता की भक्ति करने से भाव शुद्ध होते हैं। कई प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। वेदों की शिक्षा के अभाव के कारण आज पति-पत्नी, पिता-पुत्र में क्लेश होता है
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Anmol Vachan: माता की भक्ति करने से भाव शुद्ध होते हैं। कई प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं। वेदों की शिक्षा के अभाव के कारण आज पति-पत्नी, पिता-पुत्र में क्लेश होता है। वेद हमें जोड़े रखते हैं। -बड़े महंत माता वैष्णो देवी
आप अपने भाग्य की इबारत खुद लिखें। परिस्थितियों को दोष देकर वर्तमान क्षणों को बर्बाद न करें। ईमानदारी से अपने कार्य में प्रयास करते रहें। यह जीवन को सफल बनाने का अचूक उपाय है। -स्वामी मुकुंदानंद
गुरु तो अपने शिष्य को सोने की तरह आग में तपाकर चमकाना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि शिष्य में कोई कमी न रह जाए। अपनी वाणी और आदतों को सुधार लो। मन की तरंग को मार लो। समझो भजन-सिमरन हो गया। -जनार्दन हरि
ऊपर जाने से पहले कुछ नेक काम कर लो। जीवन में अपने हाथों से किसी को कुछ खिलाया होगा तो हमारे आगे भी खाने की थाली परोसी जाएगी। नहीं तो दूसरों को खाते देख मन तरसता रहेगा। -दर्शना भल्ला