Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Mar, 2024 07:48 AM
एक चूहे ने हीरा निगल लिया। हीरे के मालिक ने शिकारी को बुलाया। वहां कई चूहे एक-दूसरे पर चढ़े बैठे थे। एक चूहा अलग से बैठा था। शिकारी ने पूछा
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Anmol Vachan: एक चूहे ने हीरा निगल लिया। हीरे के मालिक ने शिकारी को बुलाया। वहां कई चूहे एक-दूसरे पर चढ़े बैठे थे। एक चूहा अलग से बैठा था। शिकारी ने पूछा किस चूहे ने तु हारा हीरा निगला है ? मालिक ने कहा जो चूहा सबसे अलग बैठा है क्योंकि जब धन आ जाता है तो व्यक्ति अपनों से अलग रहने लगता है। धन पचाना भी हर किसी के वश की बात नहीं। —डा. अब्दुल कलाम
जीवन में बने रिश्ते तोड़ना मत क्योंकि पानी कितना भी गंदा हो जाए, पीने योग्य न हो तो भी आग बुझाने के काम आ जाता है। छोटे आदमी भी बड़े काम के होते हैं, जो काम वे कर सकते हैं, आप नहीं कर सकते। रेत पर गिरी चीनी चींटी उठा सकती है, आप नहीं। —अज्ञात
मां-बाप पेड़ की तरह होते हैं। उनकी जड़ नहीं काटें। जड़ काटने से पेड़ हरा-भरा नहीं रहता। वे जिंदगी की मेहनत की पाई-पाई अपनी औलाद पर खुशी-खुशी खर्च कर देते हैं। संतान मां-बाप के पंख होती है जिनके सहारे मां-बाप उड़ते हैं। —अमिताभ बच्चन