Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 May, 2024 08:16 AM
कहते हैं कि खुशी एक एहसास है, जो हर इंसान के पास है। उसे महसूस करो तो वह है, वरना गम तो हर पल तैयार है। इसीलिए आज हर कोई खुश तो हो
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Smile please: कहते हैं कि खुशी एक एहसास है, जो हर इंसान के पास है। उसे महसूस करो तो वह है, वरना गम तो हर पल तैयार है। इसीलिए आज हर कोई खुश तो होना चाहता है, पर कैसे, इसका इल्म किसी को भी नहीं है। तभी तो हम सभी सदा खुश रहने के उद्देश्य से विभिन्न साधनों व तरीकों का उपयोग करते रहते हैं, परन्तु मजे की बात यह है कि आज तक विश्व में ऐसा कोई पैदा नहीं हुआ, जिसके पास निरंतर खुश रहने का नुस्खा हो।
हम मनुष्यों को सोचने के लिए ‘मन’ के रूप में एक अद्भुत संकाय ईश्वर द्वारा भेंट में मिली हुई है, जिसका उपयोग हम सभी सकारात्मक एवं नकारात्मक विचारों के लिए निरंतर करते रहते हैं।
जरा सोचिए, ईश्वर से प्राप्त इस सुंदर भेंट का उपयोग हम केवल शुद्ध एवं सकारात्मक विचार करने के लिए ही करें तो?
यदि हम ऐसा करने की आदत अपने अंदर डाल देते हैं तो फिर जीवन में आने वाली विपरीत परिस्थितियों और अनचाहे लोगों को देखते हुए भी अनदेखा करके हम सदा खुश रहने की मंजिल की ओर आगे बढ़ सकेंगे। याद रखें निरंतर खुश रहने के लिए हमें हर चीज की सराहना, उसकी विशिष्टता व महानता के साथ करने को सबसे महत्वपूर्ण रखना चाहिए। दिनभर में हमारा वास्ता अच्छे व बुरे लोगों से तो पड़ेगा, परन्तु उस बीच किसी भी प्रकार के व्यवधान से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम खुद को इस विशाल सृष्टि रूपी रंगमंच पर चल रहे नाटक का अभिनेता एवं दर्शक समझें और सुबह से रात तक विभिन्न पात्रों के अभिनय का लुफ्त साक्षी होकर उठाएं।
बतौर अभिनेता हम अपनी भूमिका पर ध्यान केंद्रित करें और अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमताओं के साथ उसे न्याय दें और बतौर दर्शक हर अभिनेता की भूमिका की सकारात्मक सराहना करें, जिससे एक सामूहिक खुशी का माहौल बना रहे। कहते हैं कि ‘खुशी बांटने से दुगनी बढ़ती है।’ अत: हम सभी को अपने आसपास के लोगों के साथ प्यार, स्नेह एवं खुशी बांटनी चाहिए क्योंकि आखिर तो हम सभी एक ही विशाल मानव पेड़ का हिस्सा हैं जिसे ‘कल्प वृक्ष’ भी कहा जाता है।
इसके साथ-साथ हमें ‘ध्यान’ (मैडीटेशन) का अभ्यास करने की भी कोशिश करनी चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ध्यानावस्था में मनुष्य जब अपनी रूह से रू-ब-रू होकर ईश्वर मिलन का अनुभव करता है, वे पल उसके जीवन के अत्यंत खुुशी के पल बन जाते हैं। तो आइए, हम सभी सकारात्मक सोच द्वारा सबकी सराहना करते हुए सबको खुशी बांटते चलें और बदले में स्वयं असीमित खुशियां पाते रहें। यही है सदा खुश रहने का सरल नुस्खा। कभी इसे अपनाकर तो देखिएगा!