Edited By Prachi Sharma,Updated: 15 Jun, 2024 10:53 AM
ख्वाहिशें जब बेकाबू हो जाती हैं तो इंसान कई उलझनों में फंस जाता है। संतोष रखने वाले प्रभु भक्तों को भगवान गले लगाते हैं। जब तक आदमी प्रभु का ज्ञान प्राप्त नहीं कर लेता, वह
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ख्वाहिशें जब बेकाबू हो जाती हैं तो इंसान कई उलझनों में फंस जाता है। संतोष रखने वाले प्रभु भक्तों को भगवान गले लगाते हैं। जब तक आदमी प्रभु का ज्ञान प्राप्त नहीं कर लेता, वह अंधकार में ही भटकता रहता है। —निरंकारी संत एस.एस. चावला
सूरज निकलने के बाद उठने वाले के पास लक्ष्मी नहीं आतीं। जो पति-पत्नी आपस में लड़ते-झगड़ते रहते हैं, लक्ष्मी उनसे भी दूर रहती हैं। जिस परिवार में सब प्रेम-प्यार से मिल कर रहते हैं, वहां लक्ष्मी हमेशा डेरा जमाए रहती हैं। —गीता प्रैस किताब 1381
आपके चेहरे की खूबसूरती और मृगनैन जैसी आंखें व आपकी शक्ति हमेशा रहने वाली नहीं। जब श्रद्धा और विश्वास दाव पर लग जाते हैं तो मालिक का सिंहासन डोलने लग जाता है। मालिक चाहे तो शहंशाह बना दे, वह चाहे तो भिखारी बना दे। वह आंख बंद करे तो तूफान आ जाता है, वह आंख खोले तो सूरज निकल आता है। —साई बाबा जी