Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Jun, 2024 10:06 AM
खर्चा करना तो सीख गए-कमाई करना भी सीख लो। मां-बाप की कमाई पर हनीमून मनाने जाते हो, अपनी कमाई से बहुत कम नए
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खर्चा करना तो सीख गए-कमाई करना भी सीख लो। मां-बाप की कमाई पर हनीमून मनाने जाते हो, अपनी कमाई से बहुत कम नए जोड़े हनीमून पर जाते हैं।
कोई भी व्यापार करते हैं तो मंथली बैलैंस शीट जरूर बनाएं। फिजूल खर्च और लोक दिखावा कभी नहीं करें।
जिन लोगों को आज आप टॉप पर देख रहे हो, उनमें से किसी ने कुल्फियां बेची हैं तो किसी ने अमरूदों की रेहड़ी लगाई, किसी ने बम्बई में मजदूरी से शुरूआत की। वे लोग काम करने में शर्म नहीं करते थे।
जिन्होंने ईमानदारी से मेहनत की, दिल लगाकर खुशी से काम धंधा किया, वे आगे निकल गए। जो सोचते रहे कि लोग क्या कहेंगे, वे पिछड़ गए, वहीं खड़े रहे। जिन्होंने शर्म नहीं की, वे टाटा-बिरला, मुकेश अम्बनी बन गए।
बाहर से आए दूसरे शहरों के लोगों ने, जिन्हें प्रवासी कहते हो, कइयों ने अपनी मेहनत के बल पर अपने मकान बना लिए हैं। अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ाकर ऊंचे लोगों में शुमार हो गए हैं। वहीं कई लोग गलत आदतों में पड़ कर घर खर्चा भी नहीं दे सकते।
आज ऊंचे से ऊंचे स्थान पर लड़कियां आपको बैठी नजर आ रही हैं। अपने आपको कमजोर मत समझो, मन में सोच लो कि ऊंचे मुकाम पर पहुंचना है। कदम आगे बढ़ाते रहो मंजिल नजदीक आ जाएगी।
बच्चो पढ़ाई मन लगाकर करो, ठान लो कि 100 प्रतिशत अंक लेने हैं। अपने मोबाइल से जितना प्यार करते हो, टॉप पर आने के लिए आज से उतना अपनी किताबों और पढ़ाई से करना शुरू कर दो। शहर भर में आपके नाम के चर्चे होंगे। अखबार में तुम्हारी फोटो छपेगी कि माता-पिता अपने लाडले-लाडली का मुंह मीठा करवा रहे हैं।