Edited By Prachi Sharma,Updated: 28 Jul, 2024 07:59 AM
हम जो जीवन जीते हैं, उसे जीने की कला सिखाता है परिवार। शादी एक ऐसा बंधन है, जिसमें एक-दूसरे की कमियों और खूबियों को स्वीकार
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हम जो जीवन जीते हैं, उसे जीने की कला सिखाता है परिवार। शादी एक ऐसा बंधन है, जिसमें एक-दूसरे की कमियों और खूबियों को स्वीकार करना पड़ता है। —अमिताभ बच्चन
एक दिन मेरी मुलाकात ‘मनी’ (रुपए) से हुई। मैंने उसे कहा तुम कागज का एक टुकड़ा हो। उसने कहा मैं बेशक कागज का टुकड़ा हूं पर मैंने आज तक ‘डस्टबिन’ (कूड़ेदान) नहीं देखा। —डा. अब्दुल कलाम
खुशी के लिए काम करोगे तो खुशी नहीं मिलेगी। खुश होकर काम करोगे तो खुशी जरूर मिलेगी। भाग्य उनका ही साथ देता है जो हर संकट का सामना करके भी अपने लक्ष्य के प्रति मन में दृढ़ विश्वास रखते हैं।
हंसते-मुस्कुराते रहने वालों को आज हर कोई पसंद करता है। रोनी सूरत वाले को कोई पसंद नहींकरता। जिंदादिली तथा प्रफुल्लता की शक्ति धन-दौलत से कहीं ज्यादा है। —स्वेट मार्डन