Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Aug, 2024 08:13 AM
मां-बाप जैसा हमदर्द दुनिया में आज तक कोई और नहीं हुआ। मां की छाती ए.सी. का काम करती है। बच्चे को गर्मी में मां की छाती ठंडक पहुंचाती है तो सर्दी में गरमाइश पहुंचाती है
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मां-बाप जैसा हमदर्द दुनिया में आज तक कोई और नहीं हुआ। मां की छाती ए.सी. का काम करती है। बच्चे को गर्मी में मां की छाती ठंडक पहुंचाती है तो सर्दी में गरमाइश पहुंचाती है। बारिश व धूप में वह अपने आंचल से ढंक कर बच्चे को बचाती है। -दर्शना भल्ला
अपनी सोच को मजबूत बनाओ-कमजोर मत होने दो। धनवान की सोच अलग होती है, वह रोज नित नई किताबें पढ़ता है, दूसरे लोगों से संबंध बनाता है। संबंध बनाओगे तो तुम्हारी ताकत बढ़ेगी। कहते हैं कि बूंद-बूंद से सागर भरता है। अकेला हो तो उसे धागा कहते हैं, धागे इकठ्ठे मिल जाते हैं तो उसे चादर बोलते हैं।
-राष्ट्र संत चंद्रप्रभ
शिखर तक पहुंचना चाहते हो तो सोच ऊंची रखो, जैसा सोचेंगे वैसे बन जाओगे। काम कोई भी बड़ा या छोटा नहीं होता। जिन्होंने सोचा कि लोग क्या कहेंगे, वे पिछड़ गए। -एस.एस. खुराना
आपने 24 घंटे उपवास रखा, इतने समय आपने किसी के बारे में गलत नहीं सोचा। आपकी वाइब्रेशन पावरफुल बन गई। सामने वाले के बारे में हमेशा अच्छा ही सोचें। गलत सोचना ही नहीं और अपनी एनर्जी को खराब नहीं करना। हमने अपनी सोच ऊंची रखनी है। सामने वाला पूछे क्या हालचाल है- कहो, ईश्वर कृपा से मौज कर रहे हैं। मैडीटेशन करो, टैंशन को भगाओ। -बी.के. शिवानी
हम स्कूल में पढ़ते थे, मास्टर जी हमें मुर्गा बनाते थे, पीछे से डंडा मारते थे। हमने जिंदगी में संघर्षों का सामना किया और हम मजबूत बनते गए। जिस पत्थर ने छेनी, हथौड़े की चोटें सहन कर लीं, वह पत्थर भगवान बन गया। लोग उस पत्थर को पूजने लगे। अपना टैलेंट बनाना चाहते हो तो मेहनत करनी पड़ेगी। आज मास्टर जी यदि थप्पड़ लगा दें तो बच्चे का पिता पुलिस के पास पहुंच जाता है। -राष्ट्र संत चंद्र प्रभ