Edited By Prachi Sharma,Updated: 22 Dec, 2024 06:00 AM
दूसरों का भला सोचोगे, तुम्हारा भला अपने आप हो जाएगा। दूसरों के प्रति गलत सोच कर आप अपने कर्म खराब कर रहे हो। द्वेश भावना मन से निकाल दो।
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Smile please: दूसरों का भला सोचोगे, तुम्हारा भला अपने आप हो जाएगा। दूसरों के प्रति गलत सोच कर आप अपने कर्म खराब कर रहे हो। द्वेश भावना मन से निकाल दो। हिसाब तो भगवान श्री कृष्ण जी को भी चुकाना पड़ा था। बहेलिए ने भगवान श्री कृष्ण जी के पैर में तीर मारा और उसे अपनी गलती पर पछतावा हुआ तो भगवान ने कहा इसमें तेरा कोई दोष नहीं यह तो मेरा-तेरा हिसाब चुकता हुआ है। मैंने राम के रूप में तुम्हें तीर मारा था जब तू बाली था।
—संत सुभाष शास्त्री
यदि अपना जीवन संवारना चाहते हो तो बुजुर्गों के पास बैठा करो। उनकी सेवा कर उनसे आशीर्वाद लो। जो भी काम करो उनसे सलाह-मशविरा करो, नुकसान से बच जाओगे। बुजुर्ग आप के डॉक्टर भी हैं, वकील भी हैं। याद रखो कि बुजुर्गों से जो बिना पैसा खर्च किए आपको मिलता है, वह बाजार से पैसा देकर भी नहीं मिलता।
सत्य को न देख पाने के कारण यह संसार जला है, इस समय जल रहा है और आगे भी जलेगा। वह सत्य नहीं है जिसमें ङ्क्षहसा भरी हो। दया युक्त तो असत्य भी सत्य है। जिसमें मनुष्यों का हित हो, वही सत्य है। —श्रीमद् भागवत
इन आंखों और कानों से आप अपना लोक व परलोक संवार सकते हो। मन को ठीक कर लो फिर अपने मनमोहन को पा लोगे। भक्त ने बांके बिहारी के मंदिर में सूरदास से कहा, ‘‘तुम्हारी तो आंखें नहीं हैं। तुम यहां क्यों आए हो।’’ सूरदास ने कहा, ‘‘मेरी आंखें नहीं हैं, मेरे बांके बिहारी की तो आंखें हैं, वह तो मुझे देख लेगा।’’—रमेश भाई शुक्ला