Solar Eclipse 2024: आ रहा है पूर्ण सूर्य ग्रहण, इन 6 राशियों पर छाएगा संकट

Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Sep, 2024 06:36 AM

आज बात करेंगे सूर्य ग्रहण के बारे में। इस बार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं लग रहा लेकिन इसका इंपैक्ट फिर भी राशियों पर जरूर आता है। अब जो सूर्य ग्रहण लग रहा है भारत में इसमें 2 अक्टूबर

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Solar Eclipse 2024: आज बात करेंगे सूर्य ग्रहण के बारे में। इस बार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं लग रहा लेकिन इसका इंपैक्ट फिर भी राशियों पर जरूर आता है। अब जो सूर्य ग्रहण लग रहा है भारत में इसमें 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग रहा है और भारतीय समय के मुताबिक यह रात को 9 बजकर 1 मिनट पर लगेगा और 3 अक्टूबर मॉर्निंग में 3:1 पर खत्म हो जाएगा। यानी कि लगभग 6 घंटे 5 मिनट का यह ग्रहण है और यह कंकन सूर्य ग्रहण है। जब सूर्य की आकृति एक छल्ले की तरह हो जाती है इसको कंकन सूर्य ग्रहण बोला जाता है। यह लगभग पूर्ण सूर्य ग्रहण के आस-पास की ही स्थिति होती है और  यह जो ग्रहण लग रहा है यह साउथ नोट पे लग रहा है। साल में दो बार ग्रहण लगता है। यह एक खगोलीय घटना है वैसे तो जब भी सूर्य राहु-केतु के बीच में आते हैं तो ग्रहण लग जाता है। एक बार अक्टूबर में लगता है एक बार अप्रैल मई के आस-पास लगता है क्योंकि एक बार केतु के एक्सेस में आएंगे। दूसरी बार राहु के एक्सेस में आएंगे। इस बार 2 अक्टूबर को साउथ नोड का ग्रहण है। सूर्य केतु-राहु एक्सेस में आ जाएंगे। केतु के ऊपर से ट्रांजिट करेंगे और ये ग्रहण कन्या राशि में लग रहा है, हस्ता नक्षत्र में। कन्या राशि में ये ग्रहण है। ग्रहण के प्रभाव में चंद्रमा भी है और बुध भी है। मंगल मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं और मिथुन राशि के जो मंगल है वो फोर्थ दृष्टि से इस ग्रहण को देख रहे हैं यानी कि मंगल का भी प्रभाव इस ग्रहण के ऊपर है। इस समय वर्ष के राजा भी मंगल है। ऐसी स्थिति में जब मंगल नीच की तरफ जा रहे हैं तो काफी डिस्टर्बिग हैं। ये जो ग्रहण है वो भारत में नहीं लग रहा क्योंकि मिडनाइट का समय है, ग्रहण दक्षिणी अमेरिका में लग रहा है। तो चलिए जानते हैं किन लोगों के लिए ये सूर्य ग्रहण शुभ नहीं है।

वृष राशि: वृषभ जिसको थोड़ा सा संभल कर रहना चाहिए। 45 दिन के आसपास इसका असर रहता है बाद में यह घटता रहता है। अगले ग्रहण तक चलता है लेकिन 45 दिन जो है वह ज्यादा क्रुशल होते हैं। वृषभ राशि के लिए पंचम भाव में ग्रहण लग रहा है। जितने भी युवा हैं जितने भी लोगों के जितने भी लोगों लोग जो है वो रिलेशनशिप में है वो रिलेशनशिप में कंफ्लेक्स है। वृषभ राशि के जितने भी जातक हैं जिनके घर में प्रेगनेंसी चल रही है उनको खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यह ग्रहण जो है उनकी कुंडली में पंचम भाव में आ रहा है। वैसे भी जब संतान होने वाली होती है और ग्रहण आ जाता है तो उसका खास ध्यान रखा जाता है भले ही यह रात के समय में हो रहा है।

मिथुन राशि: मिथुन राशि में राशि के ऊपर से मंगल का गोचर हो रहा है और चौथे भाव में ग्रहण लग जाएगा। चौथा भाव आपका सुख स्थान होता है। चौथा भाव पीस ऑफ माइंड होता है, चौथे भाव से हम मदर का विचार करते हैं, मदर की हेल्थ यहीं से देखी जाती है। सीधी दृष्टि दशम भाव के ऊपर जा रही है। दशम भाव कारोबार का स्थान होता है। आपकी मां की सेहत को लेकर दिक्कत हो सकती है। यदि आपकी कोई प्रॉपर्टी खरीदने की प्लानिंग है तो थोड़ा सा ध्यान रखने की जरूरत पड़ेगी। मिथुन राशि के जातक सोच-समझ कर फैसला लें।  मिथुन राशि के जातकों को कार्यस्थल पर भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

तुला राशि: तुला राशि के लिए ग्रहण लग रहा है 12वें भाव में। 12वां भाव आपके खर्चे का भाव होता है। 12वें भाव से मोक्ष, हानि देखी जाती है। तुला राशि के जातकों को बेवजह विवादों से बचना है, खाने- पीने का ध्यान रखिए। ड्राइविंग थोड़ी स्लो करें। ये खर्चे का भाव है, अननेसेसरी खर्चे आ सकते हैं। थोड़ा सा संभल कर चलेंगे तो चीजें थोड़ी सी बेटर हो सकती हैं।

धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए ग्रहण दशम भाव में लग रहा है। ये आपके कारोबार का स्थान है। दशम भाव आपकी नौकरी का स्थान है। कोई भी काम आप करते हैं वो दशम भाव से करते हैं, इसको कर्म भाव कहा जाता है। यहां पर बुध खुद ग्रहण के प्रभाव में है। चंद्रमा जो आपका मन होता है। धनु राशि के लिए सूर्य भाग्य स्थान के भी स्वामी हो जाते हैं। तो इस अवधि में ऐसी समस्या हो सकती है। यदि आप कोई प्रोजेक्ट करें तो वहां पर डिले का सामना आपको करना पड़ सकता है। कार्यस्थल पर किसी भी तरह की कंट्रोवर्सी का सामना करना पड़ेगा। दशम भाव आपका ग्रहण के प्रभाव में है। दृष्टि सीधी जा रही है फोर्थ हाउस के ऊपर। मदर की हेल्थ को लेकर थोड़ा सा कंसर्न रहेगा। इस ग्रहण के कारण 45 दिन का ये पीरियड है। 45 दिन आपको ध्यान जरूर रखना पड़ेगा।

कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए ग्रहण अष्टम भाव में लग रहा है। अष्टम भाव आपकी सीक्रेसी का भाव है। एक्सीडेंट, दुर्घटना यहीं से देखी जाती है। यह आयु का स्थान होता है। जब आयु स्थान कुंभ राशि के जातकों के लिए ग्रहण के प्रभाव में आ रहा है और इसके ऊपर मंगल की भी दृष्टि है। मंगल चूंकि ब्लड का भी कारक होता है तो कुंभ राशि के जितने भी जातक हैं वो यह ध्यान रखिए कि गाड़ी बिल्कुल धीमी चलाएं। अपने पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें। खाने-पीने का खास ध्यान रखिए। चार ग्रह आपकी कुंडली में ईटिंग हाउस का भाव है। अपने टेंपरामेंट को कंट्रोल रखिए।

मीन राशि: सप्तम भाव आपके पार्टनर का भाव होता है। बिजनेस पार्टनर के साथ कंफ्लेक्स हो सकती है। पार्टनर की हेल्थ को लेकर इशू हो सकता है क्योंकि इतने सारे ग्रह जो हैं वो इसको प्रभावित कर रहे हैं सप्तम को। पार्टनर छोटी सी बात के ऊपर रिएक्ट कर सकता है। मीन राशि के जातकों को सिर्फ और सिर्फ पार्टनर के विषय में ध्यान रखना है अगले 45 दिन। 2 अक्टूबर को ये ग्रहण लग रहा है हफ्ता पहले लगभग ये इसका असर आपको दिखना शुरू होगा। पार्टनर के विषय में थोड़ा सा सतर्क रहिए, कोई भी प्रॉब्लम होती है।

Remedies of Sun God सूर्य देव के उपाय

सूर्य के दान के रूप में आप गुड़, गेहूं, घी का दान कर सकते हैं यह दान आप रविवार कर सकते हैं।

सुबह-सुबह उठकर सूर्य देव को जल अर्पित करें। 

नरेश कुमार
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