Somnath Temple: हर सृष्टि काल में धरती पर मौजूद रहा है सोमनाथ मंदिर

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Jul, 2024 06:51 AM

somnath temple

सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसे पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग माना गया है

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Shree Somnath Jyotirlinga Temple: सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसे पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग माना गया है और यहां तक कहा जाता है की ये हर सृष्टि काल में धरती पर मौजूद रहा है। यह गुजरात के वेरावल बंदरगाह से कुछ ही दूरी पर प्रभास पाटन में स्थित प्रसिद्ध मंदिर है। जो भगवान शिव को समर्पित है। इस ज्योतिर्लिंग के बारे में यह मान्यता है कि इस मंदिर के शिवलिंग की स्थापना स्वयं चंद्रदेव ने की थी और इसी कारण इसका नाम सोमनाथ पड़ा। किंवदंती है कि सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने वाले भक्तों के सारे कष्ट पल भर में नष्ट हो जाते हैं। सोमनाथ की पूजा करने वाले भक्तों के जन्म-जन्मांतर के पापों का क्षय हो जाता है।

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History of somnath temple- सोमनाथ मंदिर की ऊंचाई तकरीबन 155 फीट है और इसके शिखर पर एक कलश स्थापित है जिसका वजन करीबन 10 टन बताया जाता है। इस पर सजी ध्वजा 27 फीट ऊंची है। सोमनाथ मंदिर के चारों तरफ विशाल आंगन है। मंदिर के प्रवेश द्वार की कारीगरी की अगर बात करें तो ये काफी कलात्मक है।

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मंदिर तीन हिस्सों में बंटा हुआ है नाट्य मंडप, जगमोहन और गर्भ गृह। मंदिर के बाहर वल्लभभाई पटेल और रानी अहिल्याबाई समेत कईयों की सुंदर मूर्तियां भी लगी हुई हैं। मंदिर के समुद्र किनारे स्थित होने से इसकी सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं और इसकी भव्यता को आप दूर से ही देख सकते हैं।

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Shree Somnath Jyotirlinga ऐसे पड़ा मंदिर का नाम- शिवपुराण के अनुसार चंद्रदेव ने इस मंदिर में राजा दक्ष प्रजापति के श्राप से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की तपस्या की थी और उनसे यहीं ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान रहने की प्रार्थना की थी।

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किंवदंती है कि सोम चंद्रमा का ही एक नाम है और शिव जी को चंद्रमा ने अपना स्वामी मानकर यहां तपस्या की थी। तभी तो यह ज्योतिर्लिंग सोमनाथ के नाम से आज पूरे भारत में प्रसिद्ध है।

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How To Reach Somnath Temple In Hindi- सोमनाथ में कोई रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट नहीं है। इसके आसपास के शहरों के स्टेशनों और हवाई अड्डों पर पहुंचने के बाद लोकल ट्रांसपोर्ट से सोमनाथ पहुंचा जा सकता है। आइये जानते हैं सोमनाथ मंदिर कैसे पहुंचें- 

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हवाई जहाज से
सोमनाथ का निकटतम हवाई अड्डा दीव एयरपोर्ट है, जो सोमनाथ से लगभग 63 किमी दूर है। दीव से सोमनाथ तक नियमित बसों, लक्जरी बसों या कम्यूटर बसों द्वारा पहुंचा जा सकता है।

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बस द्वारा
सोमनाथ जाने के लिए बसें सबसे अच्छा साधन हैं क्योंकि इसके कई विकल्प उपलब्ध हैं। सोमनाथ कई छोटे शहरों से घिरा हुआ है, जो बस सेवाओं, गैर-एसी दोनों के साथ-साथ लक्जरी एसी बसों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राजकोट, पोरबंदर और अहमदाबाद जैसे अन्य नजदीकी स्थानों से भी बस द्वारा सोमनाथ जाया जा सकता है। 

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ट्रेन द्वारा
सोमनाथ से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन वेरावल है, जो सोमनाथ से 5 किमी की दूरी पर है। यह स्टेशन मुंबई, अहमदाबाद और गुजरात के अन्य महत्वपूर्ण शहरों से रेलमार्ग द्वारा जुड़ा है। यहां से आटो, टैक्सी के जरिए सोमनाथ मंदिर पहुंचा जा सकता है।

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Where To Stay Near Somnath Temple In Hindi
सोमनाथ मंदिर जाने वाले पर्यटकों को यहां रुकने के लिए किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी क्योंकि मंदिर के आसपास ही श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा पर्यटकों को मंदिर के ट्रस्ट द्वारा संचालित अतिथि गृहों में किराए पर कमरे उपलब्ध कराए जाते हैं। जहां रुककर आप आनंद से सोमनाथ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।

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