Edited By Prachi Sharma,Updated: 30 Aug, 2024 07:15 AM
हिंदू धर्म में अमावस्या को काफी खास माना जाता है। हर माह में 12 अमावस्या आती हैं और इन सब में सोमवती अमावस्या को सबसे खास माना जाता है। गरुड़ पुराण में
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Somvati Amavasya : हिंदू धर्म में अमावस्या को काफी खास माना जाता है। हर माह में 12 अमावस्या आती हैं और इन सब में सोमवती अमावस्या को सबसे खास माना जाता है। गरुड़ पुराण में भी कहा गया है इस दिन पितरों को तर्पण करने से उनको मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं इस दिन किये गए कुछ विशेष उपाय करने से साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। भाद्रपद का महीना शुरू हो चुका है तो चलिए ऐसे में जानते हैं कि इस बार कब है सोमवती अमावस्या।
Somvati Amavasya date सोमवती अमावस्या तिथि
पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की अमावस्या तिथि का आरंभ 2 सितंबर को सुबह सुबह 5 बजकर 21 मिनट पर होगा और अगले दिन इसका समापन हो जाएगा। इसके अनुसार 2 सितंबर को सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी।
Amavasya is becoming auspicious अमावस्या बन रहे हैं शुभ योग
ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार की सोमवती अमावस्या बेहद ही खास है क्योंकि इस बार बहुत से शुभ योगों का निर्माण होने जा रहा है। इस दिन सबसे पहले शिव योग और इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण होगा। इस योग में यदि कोई व्यक्ति सच्चे मन से पूजा-पाठ करता है उसके जीवन के सभी क्लेश मिट जाते हैं।
Somvati Amavasya Importance सोमवती अमावस्या महत्व
बाकी अमावस्या के मुकाबले सोमवती अमावस्या को ज्यादा महत्व दिया जाता है। इस दिन महादेव की भी पूजा की जाती है। जो व्यक्ति इस दिन पितरों का तर्पण करता है उसके जीवन से पितृ दोष दूर हो जाता है और घर के हर सदस्यों को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा इस दिन पीपल पेड़ की पूजा भी की जाती है।
Donate these things इन चीजों का करें दान
सोमवार होने की वजह से इस दिन भोलेनाथ की भी पूजा की जाएगी। महादेव को सफ़ेद रंग बहुत प्रिय है। ऐसे में सोमवती अमावस्या के दिन चावल, सफेद वस्त्र, सफेद फूल का दान करना चाहिए।
अधूरे कामों को पूरा करने के लिए इस दिन गरीबों में अपनी क्षमता अनुसार वस्त्र दान करने चाहिए। ऐसा करने से जल्द ही शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
सोमवती अमावस्या के दिन जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।