Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Jun, 2024 08:35 AM
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कहते हैं कि अहमद शाह अब्दाली हिंदू लड़कियों और महिलाओं घरों से उठाकर बेचने के लिए गजनी के बाजार में ले जाता था। अब्दाली के आतंक से बचने के लिए महिलाओं ने सिखों के समक्ष गुहार लगाई। इसके बाद
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Sikhism: कहते हैं कि अहमद शाह अब्दाली हिंदू लड़कियों और महिलाओं घरों से उठाकर बेचने के लिए गजनी के बाजार में ले जाता था। अब्दाली के आतंक से बचने के लिए महिलाओं ने सिखों के समक्ष गुहार लगाई। इसके बाद सिख जरनैल बाबा जस्सा सिंह आहलूवालिया ने रात को 12 बजे एक विशेष अभियान के तहत अटैक किया और (2200 लड़कियों और महिलाओं को एक साथ बचाया था) बचाया था। न सिर्फ उनकी इज्जत बचाई बल्कि उनके घरों तक छोड़ कर आए थे।
इसके बाद सिख जरनैल 12 बजे ही अत्याचार के खिलाफ अभियान चलाते थे। इसी अभियान का मुगलों में डर पैदा हो गया था। कहते थे कि सरदार आ जाएंगे 12 बज गए हैं, सावधान हो जाओ।
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जब सिखों के 12 बजते थे तब हिंदुस्तान की बहू-बेटियों की रक्षा होती थी। सरदारों ने हमेशा चढदीकलां और पंथ की भलाई के लिए काम किया है। सिखों की शहीदियों का लंबा लासानी इतिहास रहा है।
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