Edited By Jyoti,Updated: 20 Aug, 2022 05:44 PM
प्राचीन समय से देखा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का अधिक महत्व है। बिना शिक्षा के जीवन को सही दिशा में ले जाना बिना कठिन है। आज के समय में शिक्षा का व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व है। शिक्षा व्यक्ति के चरित्र का निर्माण करती है।...
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प्राचीन समय से देखा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का अधिक महत्व है। बिना शिक्षा के जीवन को सही दिशा में ले जाना बिना कठिन है। आज के समय में शिक्षा का व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व है। शिक्षा व्यक्ति के चरित्र का निर्माण करती है। लेकिन कई बार सारी सुविधाओं के होने के बाद भी बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। बता दें कि इसका कारण बच्चों का स्टडी टेबल भी हो सकता है। जी हां, वास्तु के अनुसार बच्चों की पढ़ाई के लिए उनका स्टडी रूम और स्टडी टेबल भी बहुत मायने रखता है.. बता दें कि शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजों का वर्णन किया गया है। जिनको स्टडी टेबल पर रखना बच्चों की तरक्की व पढ़ाई में रुकावट का कारण बनती है.. तो आइए इस वीडियो में आपको बताते हैं कौन सी है वो वस्तुएं.. जिनको भूलकर भी स्टडी टेबल पर नहीं रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्टडी टेबल पर कभी भी फालतू कागज, अखबार की रद्दी जैसी ये चीजें नहीं रखनी चाहिए। स्टडी टेबल पर इन वस्तुओं को रखना अशुभ माना गया है। स्टडी टेबल पर रखी ये चीजें बच्चों की पढ़ाई में विघ्न डालती है।
तो वही वास्तु शास्त्र के मुताबिक, कई बच्चे अपने स्टडी टेबल पर एंटीक स्टैच्यू और कई सारी मूर्ति रख लेते हैं। बता दें कि पढ़ाई करने वाले टेबल पर रखी ये चीजें नकारात्मकता लाते हैं। इससे बच्चे का मन पढ़ाई में एकाग्र नहीं रहता है। जिसके चलते उन्हें पढ़ाई में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा आपको बता दें कि स्टडी या ऑफिस टेबल पर कभी भी कांटेदार पौधा नहीं रखना चाहिए। चाहे वो आर्टिफिशियल ही क्यों न हो। ये कांटेदार पौधे बच्चे की मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।जिससे बच्चों की क्रिएटिविटी खत्म हो जाती है। ऐसे में भूलकर भी बच्चों के स्टडी टेबल पर ये पौधे रखने से बचें।
बताते चलें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्टडी टेबल की रोजाना सफाई करें। स्टडी टेबल बिल्कुल भी धूल मिट्टी नहीं जमा होनी चाहिए। इसके साथ ही आपको बता दें कि टूटे खिलौने, बंद घड़ी कभी नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि ये चीजें भी नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। जिसके चलते बच्चों का पढ़ाई से ध्यान भटकता है।
वहीं शास्त्रों की मानें तो। बच्चे जहां पढ़ाई करते हैं उस टेबल पर कभी खाना नहीं खाना चाहिए। अगर किसी कारण से स्टडी टेबल पर भोजन करना पड़ जाए। तो जूठे बर्तनों को उसी समय वहां से उठा लें। क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि कई बच्चे पढ़ाई करते समय स्टडी टेबल पर बैठे ही भोजन कर लेते हैं। और खाना खाने के बाद जूठे बर्तन वहीं पर रख देते हैं। लेकिन आपको जानकारी के लिए बता दें कि। ऐसा करने से बच्चों की पढ़ाई में रुचि कम होने लगती है। और उसका ध्यान पढ़ाई से हटकर कहीं ओर लगने लगता है।
स्टडी टेबल पर क्या होना चाहिए-
बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्टडी टेबल पर भगवान गणेश, मां सरस्वती, हनुमान जी या फिर अपने इष्ट देवी-देवता की छोटी सी प्रतिमा रखनी चाहिए। इससे बच्चों का मन पढ़ाई में लगता है। व पढ़ाई में आने वाली समस्याएं दूर होती है।
आगे आपको बता दें कि स्टडी टेबल किस दिशा में होना चाहिए। शास्त्रों की मानें तो स्टडी टेबल हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। बच्चों का पढ़ाई करते समय मुख भी उत्तर या फिर पूर्व दिशा में होना चाहिए। क्योंकि इस दिशा को देवी-देवताओं का स्थान माना गया है। इस दिशा की ओर मुख करके पढ़ाई करने से बच्चों की बुद्धि में विकास होता है। व स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।