Edited By Prachi Sharma,Updated: 08 Jun, 2024 07:22 AM
आज बात करेंगे ऐसे योग की जो बहुत कम बनता है ज्योतिष में। 4 ग्रह जब एक-साथ आ जाते हैं तो ये योग बनता है। हालाँकि ये योग 15 दिन के आसपास ही बना है। 31 मई से लेकर 15 जून
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज बात करेंगे ऐसे योग की जो बहुत कम बनता है ज्योतिष में। 4 ग्रह जब एक-साथ आ जाते हैं तो ये योग बनता है। हालाँकि ये योग 15 दिन के आसपास ही बना है। 31 मई से लेकर 15 जून तक का ये योग बना है। सूर्य, बुध, शुक्र और गुरु एक साथ साथ आ रहे हैं। ये वृष राशि में गोचर करेंगे। तो अब बात करेंगे कौन सी राशियों के लिए शुभ रहेगा। गुरु ऐसी संपत्ति के कारक है जो आपको जिंदगी जीने का काम करती है। विपुल धन जो बहुत ज्यादा होता है वो शुक्र से आता है। शुक्र जब शुभ होते हैं तो पैसों की कमी नहीं देखने को मिलती है। शुक्र और गुरु आपस में मिल जाते हैं तो ये विपुल धन योग का निर्माण करते हैं, जो बहुत शुभ होता है। वृष राशि में गुरु और शुक्र भी मिल गए हैं और सूर्य और बुध भी मिल गए हैं। सूर्य को छोड़ कर बाकी सब पॉजिटिव हैं।
Cancer कर्क राशि: कर्क राशि चारों प्लेनेट ग्यारहवें भाव में आ गए हैं। ये वृद्धि का भाव होता है। तरक्की और आय भी यहां से देखी जाती है। किसी भी कुंडली में बहुत ज्यादा ग्रह आ जाते हैं तो वो बहुत शुभ हो जाता है। शुक्र आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में आ गया है। ये गुरु के साथ आकर बैठ गए हैं। धन के लिहाज से कोई दिक्कत नहीं आएगी। आय भाव का स्वामी धन भाव में आकर बैठ गया है। पराक्रम भाव का स्वामी आपकी कुंडली में बुध बन गया है। गुरु आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी हैं। लाइफ में आपको बहुत ज्यादा पैसा आ सकता है। संतान पक्ष की तरफ से आपको शुभखबरी देखने को मिलेगी। भाई की तरफ से आपको शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे।
Leo सिंह राशि: दशम भाव में सूर्य का गोचर शुभ होता है क्योंकि दशम भाव में सूर्य दिग्बली हो जाते हैं। दूसरा ये कर्म स्थान के स्वामी के साथ बैठे हैं। कर्म स्थान का स्वामी आपकी कुंडली में शुक्र बनता है। गुरु आपकी कुंडली में पंचम स्थान के स्वामी होते हैं। सिंह राशि के लिए गुरु की धनु राशि पंचम भाव में आती है। धन के लिहाज से समय शुभ है। कार्यस्थल पर प्रभाव बढ़ेगा। संतान की तरफ से आपको खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। सेहत अगर खराब थी तो वो ठीक हो जाएगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ने की सम्भावना है।
Virgo कन्या राशि: कन्या राशि के ये गोचर नौवें भाव में हो रहा है। इस जगह आपका भाग्य स्थान है। शुक्र आपका मित्र है कन्या राशि के जातकों के लिए। नौवें भाव में नाइन्थ हाउस का स्वामी आ गया है। आपके लग्न का स्वामी आ गया है। सूर्य आपकी कुंडली में बारहवें भाव के स्वामी बनते हैं। कन्या राशि के गुरु आपके चौथे भाव के स्वामी बनते हैं। सुख स्थान का स्वामी आपके भाव के आ गया है। आपके लग्न का स्वामी भाग्य स्थान में आ गया है। भाग्य का आपको भरपूर साथ मिलेगा। गुरु की दृष्टि जा रही है पंचम भाव के ऊपर। कोई प्रोजेक्ट आप करना चाहते हैं तो आपको फायदा मिलेगा। धार्मिक यात्रा होने के चांस हैं। छोटे भाई की तरफ से आपको शुभ खबर सुनने को मिल सकती है। पराक्रम में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
Capricorn मकर राशि: मकर राशि के लिए ये गोचर बेहद ही शुभ होने जा रहा है। पंचम में चारों भाव आकर बैठ गए हैं। गुरु सीधी दृष्टि दे रहे हैं ग्यारहवें भाव को। कन्या राशि के लिए बुध भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं। कन्या राशि का स्वामी बुध पंचम में। ये आपकी कुंडली में धन भाव के स्वामी हैं। संतान पक्ष की तरफ से आपको शुभ खबर सुनने को मिलेगी। जो प्रोजेक्ट करना चाहते हैं उनके लिए ये समय बहुत बढ़िया रहेगा।
नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728