Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Jun, 2024 05:22 PM
सूर्य ग्रहण एक खगोलिय घटना है, जो तह होती है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है। सनातन धर्म में चंद्र और सूर्य दोनों ग्रहों का
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Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण एक खगोलिय घटना है, जो तब होती है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है। सनातन धर्म में चंद्र और सूर्य दोनों ग्रहों का विशेष महत्व है। धार्मिक दृष्टि से ग्रहण काल को शुभ नहीं माना जाता। इस बार साल 2024 का दूसरा ग्रहण लगने जा रहा है। साल का पहला ग्रहण 8 अप्रैल को लगा था। हालांकि पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं नजर आया था। तो आइए जानते हैं कि इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण कब लगने जा रहा है-
When is the second solar eclipse in 2024 में दूसरा सूर्य ग्रहण कब है
इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आश्विन मास की अमावस्या तिथि यानी 2 अक्टूबर, 2024 को लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण रात 9 बजकर 13 मिनट से आरंभ होगा और अगले दिन यानी 3 अक्टूबर की सुबह 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। दूसरे सूर्य ग्रहण की अवधि करीब 6 घंट तक की रहेगी। यह ग्रहण काफी लंबे समय तक रहेगा।
Where will the second solar eclipse be visible कहां-कहां दिखाई देगा दूसरा सूर्य ग्रहण
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन 2 अक्टूबर, 2024 को लगने वाला दूसरा सूर्य ग्रहण अमेरिका, अर्जेटीना, अंटार्कटिका, उरुग्वे, होनोलूलू, ब्यूनत आयर्स, आर्कटिक, प्रशांत महासागर, पेरी, चिली, और आइलैंड के उत्तरी भाग में दिखाई देगा।
Sutak Kaal Timing in Solar Eclipse सूर्य ग्रहण में सूतक काल का समय
शास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। 2 अक्टूबर को लगने वाला दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। ऐसे में सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। जब सूतक काल लगता है तो सभी शुभ और मांगलिक कार्यों के साथ-साथ पूजा-पाठ भी नहीं किए जाते। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है। सूतक काल के दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिर को गंगा जल से पवित्र करके कपाट खोले जाते हैं।