Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Sep, 2024 06:20 AM
16 सितंबर से ग्रहण योग बनने जा रहा है क्योंकि 18 साल के बाद कन्या राशि में सूर्य और केतु का महा मिलन हो रहा है यानी कांबिनेशन बनने जा रहा है और यह दोनों ग्रह 16 अक्टूबर तक एक साथ रहने वाले हैं।
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Surya Ketu Grahan Yog: 16 सितंबर से ग्रहण योग बनने जा रहा है क्योंकि 18 साल के बाद कन्या राशि में सूर्य और केतु का महा मिलन हो रहा है यानी कांबिनेशन बनने जा रहा है और यह दोनों ग्रह 16 अक्टूबर तक एक साथ रहने वाले हैं। जब भी सूर्य के साथ राहु या केतु आकर बैठ जाते हैं तो इससे ग्रहण योग बन जाता है और जब भी यह ग्रहण योग बनता है तो मेष राशि से लेकर मीन राशि तक सभी 12 राशियां प्रभावित होती हैं। कुछ राशियों को हैरान कर देने वाले नतीजे मिलते हैं तो कुछ राशियों को परेशानी से भी गुजरना पड़ता है। आज 16 सितंबर से सूर्य और केतु का जो ग्रहण योग बनने जा रहा है, वह ज्योतिष की दुनिया में पूरा जलवा दिखाएगा। पूरी हलचल मचाएगा।
सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है, इन्हें संसार की आत्मा कहा जाता है। ऊर्जा का पावर हाउस कहा जाता है। सूर्य को पिता का दर्जा भी दिया गया है। अधिकार का ऊर्जा का हमारे रेपुटेशन का, हमारे मान-सम्मान का, हमारी नौकरी का, हमारे राज दरबार का प्रतीक माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है, उनका समाज में पूरा डंका बजता है और जिनका सूर्य कमजोर होता है उन्हें नौकरी में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और उनके मान-सम्मान में भी कभी-कभार ठेस लगती रहती है।
दूसरी तरफ केतु ग्रह की बात करूं तो इन्हें मायावी ग्रह माना गया है। इन्हें शैडो ग्रह माना गया है क्योंकि यह प्रत्यक्ष में दिखाई नहीं देते। इन्हें तिलस्मी ग्रह माना गया है। इन्हें पापी ग्रह माना गया है लेकिन इसके बावजूद इन्हें मोक्ष का कारक भी माना गया है। इन्हें अध्यात्म का कारक भी माना गया है और इन्हें संतुष्टि का कारक भी माना गया है।
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक जब भी सूर्य और केतु या राहु की युति होती है यानी कंबीनेशन बनता है या मिलन होता है तो ग्रहण योग बनता है, जिसे ज्योतिष में शुभ नहीं माना जाता।
राहु और केतु 18 महीने बाद यानी डेढ़ साल के बाद अपना राशि परिवर्तन करते हैं जबकि सूर्य हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं। केतु ग्रह इस समय कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं जबकि सूर्य 16 सितंबर को कन्या राशि में आकर 16 अक्टूबर तक रहने वाले हैं। इस तरह यह दोनों ग्रह एक-साथ बैठकर एक महीना ग्रहण योग बनाकर रखने वाले हैं। इसका किस राशि पर क्या असर पड़ेगा, यह आपको बताने जा रहे हैं-
सबसे पहले मेष राशि की बात करते हैं। मेष राशि वालों को सूर्य और केतु के इस ग्रहण योग के मिले-जुले नतीजे मिलेंगे। जहां आपकी कुछ अटके हुए काम बनते चले जाएंगे, वहीं आपको स्वस्थ पक्ष का ख्याल रखना होगा। आपकी लव लाइफ भी थोड़ा प्रभावित हो सकती है।
अब वृषभ राशि की बात करूंगा। वृषभ राशि वाले बहुत ही लकी रहने वाले हैं क्योंकि इनके लिए सूर्य और केतु का मिलन जबरदस्त नतीजे देने वाला है। आपको अपनी लाइफ में बहुत अच्छे रिजल्ट हासिल होंगे। नौकरी में प्रमोशन के योग बनेंगे और कैरियर आपका तेजी से आगे बढ़ेगा। आपके मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी होगी।
मिथुन राशि की बात करते हैं तो मिथुन राशि वालों को करियर में सफलता मिलेगी और जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। कोर्ट-कचहरी में जो मामला चल रहा है, उससे काफी राहत मिलेगी।
कर्क राशि वालों के लिए यह ग्रहण योग मिला-जुला रहने वाला है। प्रमोशन का योग बनेगा लेकिन घर से दूर जाना पड़ सकता है।आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है। थोड़ा सेहत का ख्याल रखना होगा लेकिन संतान पक्ष से अच्छी खबर भी मिलेगी।
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य और केतु के मिलन से तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और परिवार में खुशियां दस्तक देंगी। आमदनी के नए साधन भी बनेंगे।
कन्या राशि वालों के लिए सूर्य और केतु का मिलन नरम-गरम रहने वाला है। कन्या राशि में ही इन दोनों ग्रहों की युति हो रही है।आपको वाद-विवाद से खुद को दूर रखना होगा। वाहन सावधानी से चलाना होगा लेकिन कर्ज से मुक्ति मिलेगी और लंबे समय से अटका हुआ कोई काम भी बन जाएगा। आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
अब तुला राशि की बात करते हैं। इस ग्रहण योग से तुला राशि वालों के कई अटके हुए काम बनते चले जाएंगे। आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल से दूसरों को प्रभावित करेंगे। जो बिजनेसमैन है, वह कोई बड़ी डील फाइनल कर सकते हैं। इनकम के नए साधन भी बनेंगे।
वृश्चिक राशि वालों को थोड़ा मान-सम्मान का ख्याल रखना होगा। सूर्य और केतु की यह युति थोड़ी मानसिक परेशानी दे सकती है। लेकिन आपको आपके पिता और भाइयों का पूरा सहयोग मिलेगा। प्रॉपर्टी को लेकर कोई विवाद चल रहा है, तो वह सुलझ जाएगा।
धनु राशि वालों के लिए दसवें भाव में सूर्य और केतु का कांबिनेशन बनेगा और यह भी कहा जा सकता है की धनु राशि वालों की एक तरह से लॉटरी निकलने वाली है यानी यह एक महीना शानदार रहने वाला है। अगर धनु राशि वाले लोग पॉलिटिक्स में हैं तो उनका करियर आगे बढ़ेगा और पूरा दबदबा बनेगा।
मकर राशि की बात करते हैं तो मकर राशि वालों के नाइंथ हाउस में जिसे भाग्य स्थान भी कहा जाता है, वहां पर सूर्य और केतु की युति होने वाली है इसलिए भाग्य का साथ मिलेगा। धार्मिक यात्राएं भी होंगी। कोई मांगलिक कार्य का आयोजन भी घर में हो सकता है।
कुंभ राशि की बात करें तो कुंभ राशि वालों के लिए यह मिला-जुला रहने वाला है। कुंभ राशि के उच्च विद्यार्थी विदेश में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनकी मुराद पूरी हो सकती है। नया वाहन और प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं लेकिन वाहन सावधानी से चलाना होगा और स्वास्थ्य पक्ष का ख्याल रखना होगा। लव लाइफ थोड़ी प्रभावित हो सकती है।
अंत में मीन राशि की बात करते हैं। सूर्य और केतु के ग्रहण योग से मीन राशि वालों को भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। पैतृक संपत्ति में लाभ के योग बनेंगे। प्रमोशन का योग बनेगा और व्यापारियों को भी लाभ होगा।
गुरमीत बेदी
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