Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Aug, 2024 04:05 AM
सिंह संक्रांति का पर्व न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं में नए परिवर्तन लाने के लिए भी अत्यंत फलदायी होता है। सिंह संक्रांति एक नई शुरुआत और जीवन में सुख और
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Surya rashi parivartan: सिंह संक्रांति का पर्व न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं में नए परिवर्तन लाने के लिए भी अत्यंत फलदायी होता है। सिंह संक्रांति एक नई शुरुआत और जीवन में सुख और समृद्धि लाने का अवसर प्रदान करती है। इस दिन कुछ उपायों को श्रद्धा और निष्ठा के साथ करने से जीवन में मंद चल रहा स्वास्थ्य ठीक होता है और समृद्धि में वृद्धि होती है। सिंह संक्रांति के दिन विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय उपाय किए जाते हैं, जो जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाने में सहायक होते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण उपाय बताए जा रहे हैं, जिससे आप आने वाले समय को सुखी और समृद्ध बना सकते हैं-
Surya rashi parivartan upay सूर्य पूजा: इस दिन सूर्य देवता की पूजा विशेष महत्व रखती है। प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करें और सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित करें। सूर्य को लाल फूल, ताम्रपत्र और जल अर्पित करें। इसके बाद सूर्य को समर्पित मंत्रों का जाप करें। यह मानसिक शांति और सूर्य की कृपा प्राप्त करवाने में सहायक होता है।
सूर्य मंत्र: ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।
ॐ सूर्याय नम: ।
ॐ घृणि सूर्याय नम: ।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।
दान और सेवा: इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को वस्त्र, खाद्य पदार्थ या धन का दान करें। विशेष रूप से तिल, गुड़ और चिउड़े का दान करना शुभ माना जाता है।
स्नान: इस दिन विशेषकर पवित्र नदियों या घर पर किसी भी पवित्र नदी के जल को नहाने के पानी में मिलाकर शुद्ध जल से स्नान करें। यह स्नान मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
ताजे वस्त्र पहनना: नए और ताजे वस्त्र पहनना शुभ होता है। यह दिन नए कपड़े खरीदने और पहनने का भी उपयुक्त समय है। बिना धुले अथवा गंदे वस्त्र न पहनें।
मधुर भोजन: इस दिन घर में विशेष रूप से तिल और गुड़ से बने पकवान बनाएं जैसे तिलकुट, गुड़ की चिउड़े आदि। इन पकवानों का सेवन और वितरण पुण्यकारी होता है।
ध्यान और प्रार्थना: ध्यान और प्रार्थना के माध्यम से मानसिक शांति प्राप्त करें। विशेष रूप से सूर्य देवता की कृपा प्राप्त करने के लिए उनसे याचना करें।
नैतिक कार्य: इस दिन सकारात्मक कार्यों में संलग्न रहें जैसे घर के कार्यों में सहयोग देना, परिवार के साथ समय बिताना और सामाजिक कार्यों में भाग लेना।