Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Jan, 2020 08:34 AM
कल रविवार 12 जनवरी, 2020 को वेदान्त के विख्यात स्वामी विवेकानंद जी की जयंती है। अमरीका स्थित शिकागो में हुई विश्व धर्म संसद में किए अपने भाषण के कारण स्वामी विवेकानंद विश्व भर में चर्चा
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कल रविवार 12 जनवरी, 2020 को वेदान्त के विख्यात स्वामी विवेकानंद जी की जयंती है। अमरीका स्थित शिकागो में हुई विश्व धर्म संसद में किए अपने भाषण के कारण स्वामी विवेकानंद विश्व भर में चर्चा का विषय बने, प्रस्तुत भाषण में इस देश की सहिष्णु परम्परा के संबंध में बोलते हुए स्वामी विवेकानंद ने कहा था, पृथ्वी को कट्टरता, धर्मांधता और हिंसाचार ने ग्रस्त किया है। इसने कितनी ही संस्कृतियों का नाश किया है। यदि ये राक्षस न होते तो मानव समाज आज जितना विकसित हुआ है, उससे कहीं अधिक विकसित हो सकता था। इसी भाषण में उन्होंने विश्व को सहिष्णुता और सर्व समावेशकता का संदेश देने वाले हिन्दू धर्म का एक भाग होने पर गर्व व्यक्त किया था। आप भी देश-विदेश में अपना नाम रोशन करना चाहते हैं तो याद रखें ये सक्सेस मंत्र-
कोई भी चीज जो तुम्हें शारीरिक, मानसिक और धार्मिक रूप से कमजोर करती है, उसे जहर की तरह त्याग देना चाहिए।
जो व्यक्ति निश्चय कर सकता है, उसके लिए कुछ असंभव नहीं।
भय ही पाप और पतन का निश्चित कारक है।
अपने मस्तिष्क को ऊंचे विचारों और उच्चतम आदर्शों से भर दो। इसके बाद आप जो भी कार्य करेंगे, वह महान होगा।
अगर आपने किसी जरूरतमंद की सेवा की तो धन्यवाद के पात्र आप नहीं वह जरूरतमंद व्यक्ति है क्योंकि उसने आपको सेवा का मौका दिया।
उठो, जागो और तब तक मत रूको जब तक तुम अपने लक्ष्य को नहीं प्राप्त कर लेते।
जब तक तुम खुद पर भरोसा नहीं करोगे, तब तक तुम्हें ईश्वर पर भरोसा नहीं हो सकता।
अगर आपने किसी जरूरतमंद की सेवा की तो धन्यवाद के पात्र आप नहीं वह जरूरतमंद व्यक्ति है क्योंकि उसने आपको सेवा का मौका दिया।
जिसे अपने में विश्वास नहीं उसे भगवान में विश्वास कभी नहीं हो सकता।
दिन में कम से कम एक बार अपने आप से बात करिए। ऐसा न करके आप दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति से होने वाली मुलाकात को छोड़ रहे हो।