Edited By Prachi Sharma,Updated: 20 Oct, 2024 11:31 AM
बनारस में स्वामी विवेकानंद एक मंदिर के समीप से निकल रहे थे कि तभी वहां मौजूद बहुत सारे बंदरों ने उन्हें घेर लिया।
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Inspirational Story: बनारस में स्वामी विवेकानंद एक मंदिर के समीप से निकल रहे थे कि तभी वहां मौजूद बहुत सारे बंदरों ने उन्हें घेर लिया। वे उनसे प्रसाद छीनने लगे और उन्हें डराने भी लगे।
स्वामी जी बहुत भयभीत हो गए और खुद को बचाने के लिए भागने लगे।
पास खड़े एक वृद्ध संन्यासी यह सब देख रहे थे। उन्होंने स्वामी जी को रोका और कहा, “रुको ! डरो मत, उनका सामना करो और देखो क्या होता है।” संन्यासी की बात सुनकर स्वामी जी तुरन्त पलटे और बंदरों की तरफ बढ़ने लगे। उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब उनके ऐसा करते ही सभी बंदर भाग गए। उन्होंने संन्यासी को इस सलाह के लिए धन्यवाद किया।
इस घटना से स्वामी जी को एक गंभीर सीख मिली और कई सालों बाद उन्होंने एक संबोधन में इसका जिक्र करते हुए कहा, “यदि तुम कभी किसी चीज से भयभीत हो तो उससे भागो मत, पलटो और उसका सामना करो। वाकई, यदि हम भी अपने जीवन में आई मुसीबतों का सामना करें और उनसे भागे नहीं तो बहुत-सी परेशानियों का समाधान आसानी से हो जाएगा।”