Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Nov, 2024 09:57 AM
Syahi Devi Mata mandir : विश्व में रहस्यमयी और प्राचीन मंदिरों की कोई कमी नहीं है। एक ऐसा ही मां स्याही देवी का मंदिर देवभूमि उत्तराखंड में स्थित है। यह मंदिर अल्मोड़ा से तकरीबन 36 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ की ऊंची चोटी पर बसा हुआ है।
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Syahi Devi Mata mandir : विश्व में रहस्यमयी और प्राचीन मंदिरों की कोई कमी नहीं है। एक ऐसा ही मां स्याही देवी का मंदिर देवभूमि उत्तराखंड में स्थित है। यह मंदिर अल्मोड़ा से तकरीबन 36 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ की ऊंची चोटी पर बसा हुआ है। माता का यह मंदिर लोगों की आस्था का बहुत बड़ा केंद्र है। जहां हर एक दिन माता का चमत्कार देखने को मिलता है। इस मंदिर में विराजित मां स्याही देवी की मूर्ति दिन में तीन बार अपना रंग बदलती है। जब सूर्य उदय होता है तो मां सुनहरे रंग में दिखाई देती है, दिन में मां का रूप काली का नजर आता है और शाम के वक्त मां सांवले रंग में दिखाई देती है। माना जाता है कि जो भी लोग इस मंदिर में सच्चे मन से मां के दर्शन करने के लिए आते हैं, उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।
एक ही रात में बनाया गया था मंदिर
अल्मोड़ा में स्थित मां स्याही देवी का यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी और रहस्यमय है। उत्तराखंड के कत्यूरी राजवंश के बारे में कहा जाता है कि उनके राज्य में जितने भी मंदिरों का निर्माण हुआ है, वो एक ही दिन में बनाए गए थे। ठीक उसी तरह ही माता के इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह भी एक ही रात में तैयार करवाया गया था। इस मंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है कि किसी जमाने में बड़े-बड़े तपस्वियों और संतों ने यहां तप किया था।
क्या है माता स्याही देवी की मूर्ति का रहस्य
स्याही देवी की मूर्ति के बारे में बहुत ही रहस्यमयी बात कही जाती है। यहां के पुजारियों का कहना है कि माता की यह मूर्ति दिन में तीन बार रंग बदलती है। सुबह के समय माता का रूप सुनहरा, दोपहर में मां काली की तरह काला और शाम को सांवला हो जाता है। माता का यह चमत्कारी रूप देखने के लिए लोग दूर-दूर से बहुत ही श्रद्धा भाव के साथ आते हैं। इस मंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से माता के इस मंदिर में दर्शनों करने के लिए आता है। उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। मां को भेंट स्वरूप लोग इस मंदिर में घंटियां चढ़ाते हैं।