Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 May, 2020 06:54 AM
रंग हमारे दैनिक जीवन में कई प्रकार के प्रभाव डालते हैं और कई परंपराओं के प्रतीक बन गए हैं। खुले नीले आकाश के नीचे बैठ कर सभी को प्रसन्नता होती है। संसार सुखद प्रतीत होता है। हरे-भरे खेतों में पुष्प उद्यानों में बैठकर हर
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
COVID 19: रंग हमारे दैनिक जीवन में कई प्रकार के प्रभाव डालते हैं और कई परंपराओं के प्रतीक बन गए हैं। खुले नीले आकाश के नीचे बैठ कर सभी को प्रसन्नता होती है। संसार सुखद प्रतीत होता है। हरे-भरे खेतों में पुष्प उद्यानों में बैठकर हर कोई शांति-शीतलता का अनुभव करता है। सूर्य के प्रकाश की प्रत्येक किरण में सात रंग समाहित रहते हैं। भौतिक पदार्थ रोशनी के द्वारा ही रंगीन महसूस होते हैं। जिस वस्तु में जिस रंग को आत्मसात करने का गुण एवं शक्ति रहती है, वह सूर्य के प्रकाश से उस रंग को ग्रहण कर लेता है तथा दृष्टि को उस रंग का आभास देता है।
काला रंग: भय का प्रतीक माना जाता है। यह डरावना भी होता है। शोक प्रदर्शित करने के लिए काले कपड़े पहने और काले पट्टे बांधे जाते हैं।
पीले रंग: कितना सुहावना लगता है। सुबह की पहली किरण जीवन में नया उत्साह उभारती और काम में जुटने की उमंग पैदा करती है।
लाल रंग: सर्दी लगने के कारण उत्पन्न हुई बीमारियों का उपचार लाल रंग के उपयोग से हो सकता है जिन्हें लो ब्लडप्रैशर, जुकाम, सर्दी, छींक, जकड़न आदि की शिकायत हो उनके लिए लाल रंग के कपड़े, जूते आदि पहनना लाभदायक रहता है। आजकल कोरोना महामारी का प्रकोप जोरों पर है। तो ऐसे में अपनी सुरक्षा हेतु लाल रंग का अपने पहनावे में अधिक इस्तेमाल करें।
क्रिमसन रंग: मनुष्य के नैसर्गिक स्वभाव को दर्शाता है। आदमी को अपने कार्य और बुद्धि के बल पर यह रंग ऊंचाई तक ले जाता है। कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान आसानी से हो सकता है।
स्कारलेट रंग : मनुष्य के गुस्से को और बढ़ाता है और उसके कार्य को मार्गरहित बना देता है। यह रंग मानव के प्यार को खुदगर्ज बना देता है। यह रंग विभिन्न लाल रंग के अच्छे गुणों को नष्ट कर देता है।
आरेंज रंग : अपने लक्ष्य को हासिल करने में सहायता करता है। यह रंग अहंकार और आत्मसंतोष को मानव के अंदर जगाता है और लोगों को प्रभावित करता है। यह रंग मनुष्य को, कोई भी रास्ता जो प्रसिद्धि की ओर ले जाए, उसी को अपनाने में मदद करता है। यह रंग मानव को अपनी सीमाओं का एहसास दिलाता है।
एमरल्ड : यह रंग बहुत ही शक्तिशाली है। यह रंग मनुष्य को किसी भी परिवेश के साथ जूझने का आत्मबल प्रदान करता है।
आलिव : अन्य रंगों की तुलना में यह रंग कमजोर, फीका रंग है। यह रंग मनुष्य को किसी भी तरह से सहयोग नहीं करता है।
ऐपल ग्रीन : यह रंग मनुष्य को अति भावुक सहनशील बना देता है। यह रंग मनुष्य को खुशियां और आशाएं प्रदान करता है।
सी ग्रीन : यह रंग सबसे गाढ़ा हरा रंग है। यह मनुष्य के अंदर हिंसा की भावना जगाता है। यह रंग मनुष्य को मतलबी बनाता है और असफलता की ओर अग्रसर करता है।
लैवेंडर : यह एक हल्का रंग है, जो लोग इस रंग को पसंद करते हैं, उनमें कोमलता का भाव जन्म लेता है। ये लोग अपने काम को देखते हुए दूसरों की सहायता करते हैं जिससे उनका भी लाभ हो।
पर्पल : यह एक राजकीय रंग है। यह रंग मनुष्य को कुछ भी हासिल करने में सहायता करता है।
मजैंटा : इस रंग को पसंद करने वाले साधारण स्वभाव के होते हैं। ये लोग बहुत ही यथार्थवादी होते हैं पर अपनी विशेषताओं को भी बनाए रखते हैं।
सफेद : यह रंग शुद्धता का प्रतीक है। जो लोग इस रंग को पसंद करते हैं, वे लोग अपने काम को सही ढंग से करते हैं।
ग्रे : यह रंग परिवर्तन का प्रतीक है। रंग को पसंद करने वाले बहुत ही गंभीर प्रवृत्ति के होते हैं।
बैंगनी : यह ठंडा, कब्जनाश और वमन तथा दस्त को रोकने वाला रंग है। प्रमेह की बीमारी में लाभदायक है। स्नायु रोगों तथा आंखों की जलन शांत करने वाला है। खट्टी-मीठी डकारों को रोकता है। अमाशय को ठीक रखता है। लू को शांत करता है। बैंगनी रंग शांत और सुखदायक माना गया है। खिड़कियों पर इस रंग का शीशा लगाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना गया है। बैंगनी रंग का प्रकाश कमरे को शीतल रखता है तथा विभिन्न रोगों के कीटाणुओं को नष्ट करता है। यह हृदय रोग के लिए भी बड़ा ही लाभदायक माना गया है।
गुलाबी : जिनको यह रंग भाए वे शरीर से चाहे कमजोर हों किन्तु मन के बलवान होते हैं। हौंसला कम होने के कारण तथा आलस के कारण उनको हम कड़े स्वभाव के नहीं कह सकते। वे दिखावे का शिष्टाचार, बोलचाल का प्रयोग करके अपने अति संवेदनशील होने की छाप हम पर लगाने के चाहवान होते हैं परंतु वे काफी घबराए से, परेशान से लगते रहते हैं। वे दूसरे लोगों की प्रशंसा में लगे रहते हैं तथा इसकी अति करके वे दीन-हीन तथा बिके हुए गुलाम से लगने लगते हैं। इसी वृत्ति के कारण वेपक्के जी-हजूरियए बन जाते हैं और अपने ऊपर के मालिक, अफसर आदि को खुश करने के लिए वे काफी अन्यायपूर्ण सलाह मनाने या जी-हां, जी-हां करने से भी नहीं हिचकिताचे। मेल-जोल कायम रखने के लिए झुकना या समझौता करना बुरा नहीं मानते।