Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Jan, 2025 09:15 AM
Sankat Chauth and Vakra Tundi Chaturthi: माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि संकट चौथ के रूप में मनाई जाती है। इसे वक्रतुण्डी चतुर्थी, माही चौथ या तिलकुटा चौथ भी कहते हैं। शास्त्रों में सकट चौथ पर श्री गणेश व चंद्र के पूजन का विधान है। अपनी संतान...
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Sankat Chauth and Vakra Tundi Chaturthi: माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि संकट चौथ के रूप में मनाई जाती है। इसे वक्रतुण्डी चतुर्थी, माही चौथ या तिलकुटा चौथ भी कहते हैं। शास्त्रों में सकट चौथ पर श्री गणेश व चंद्र के पूजन का विधान है। अपनी संतान की दीर्घायु और सुखद भविष्य के लिए सभी पुत्रवती स्त्रियां इस व्रत को रखती हैं। शास्त्रों में कई जगह इस दिन निर्जल व्रत करने का भी विधान है।
How is vrat celebrated in North India : इस तिथि के दिन रात में चंद्र उदित होने के बाद चंद्रदेव को अर्ध्य देने के बाद भोजन किया जाता है। इस दिन मिट्टी से बने गौरी-गणेश जी की पूजा की जाती है। प्रशाद के रुप में तिल तथा गुड़ का बना लड्डु और शक्करकंदी चढ़ाई जाती है। अग्नि की सात बार परिक्रमा की जाती है तथा कथा सुनने के बाद लोटे में भरा जल चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही व्रत खोला जाता है। कहीं-कहीं तो तिल को भून कर गुड़ के साथ कूटा जाता है। इससे तिलकुट का पहाड़ बनाया जाता है। तो कहीं तिलकुट का बकरा बनाकर उसकी बलि देने का विधान है।
2025 Sakat Chauth Vrat: इस संकट तिलकुटा चतुर्थी पर गणपति रोकेंगे आर्थिक क्षति, करें ये करिश्माई उपाय
धन हानि से बचने के लिए गणपती पर पीले और नीले फूल चढ़ाएं।
शत्रुओं के नाश के लिए पान के पत्ते पर स्वास्तिक बनाकर गणेश जी पर अर्पित करें।
संकटों से बचने के लिए गणेश जी पर 12 तिल-गुड़ के लड्डू चढ़ाकर विप्र को दान करें।
मनोविकार से बचने के लिए पानी में तिल मिलाकर गणेश जी पर चढ़ाकर चंद्रमा को अर्ध्य दें।
पारिवारिक सुख-शांति के लिए गणेश जी पर चार लड्डू का भोग लगाकर गरीब बालक को दान दें।
धन में वृद्धि के लिए गणेश जी पर हल्दी से पीले किए गए गोमती चक्र चढ़ाकर तिजोरी में रख लें।
अन्न-धन की कमी दूर करने के लिए मक्की के दाने गणेश जी पर चढ़ाकर रसोई घर में छिपा कर रख दें।
सर्व मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु गौरी-गणेश का पूजन कर तिलकुट का भोग लगाकर 12 गरीब कन्याओं को खिलाएं।