Edited By Prachi Sharma,Updated: 21 Sep, 2024 07:37 AM
आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी वाले घी की मिलावट को लेकर देशभर में घमासान मचा हुआ है।
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नई दिल्ली (विशेष) : आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी वाले घी की मिलावट को लेकर देशभर में घमासान मचा हुआ है। राजनीतिक दलों के बीच जहां आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला, वहीं, संत समाज भी विरोध में उतर आया। आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आंध्र प्रदेश सरकार से मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उधर, वाईएसआरसीपी नेता वाईवी सुब्बा रेड्डी ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई के लिए 25 सितम्बर की तिथि तय की है।
स्वास्थ्य मंत्री नड्डा के कहा, ‘हमने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से जानकारी मांगी है। साथ ही प्रसादम में मिलावट की पुष्टि करने वाली लैब जांच रिपोर्ट की प्रति भी मांगी है। स्थानीय फूड रेगुलेटर से भी रिपोर्ट केंद्र को भेजने का निर्देश दिया गया है। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’ उधर, कर्नाटक सरकार ने राज्य के सभी मंदिरों को प्रसाद के लिए सिर्फ नंदिनी घी का ही उपयोग करने का फरमान जारी किया है।
सनातन धर्म पर हमला, यह एक साजिश है : आचार्य सत्येंद्र दास
तिरुपति मंदिर के प्रसाद विवाद पर अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा कि यह साजिश है, सनातन धर्म पर हमला है। भगवान तिरुपति के प्रसाद में चर्बी मिलाने का मामला सुर्खियों में हैं। उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि प्रसाद में बीफ और मछली का तेल मिलाया गया है। यह कब से हो रहा है, यह अब तक पता नहीं चल पाया है, यह साजिश है। उन्होंने मांग की है कि सरकार गंभीरता से मामले की जांच करें।
मंदिर का नियंत्रण हिंदू समाज को सौंप देना चाहिए : विहिप
विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि तिरुपति मंदिर के लड्डू में पशुओं की चर्बी का कथित इस्तेमाल असहनीय है और मांग की कि आंध्र प्रदेश सरकार मंदिर का नियंत्रण व प्रबंधन हिंदू समाज को सौंप दे। विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा ने देशभर में सभी मंदिरों और हिंदुओं के अन्य देवालयों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की भी मांग की। उन्होंने तिरुपति मंदिर के प्रसाद को अपवित्र करने में कथित तौर पर शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।