Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Dec, 2024 08:29 AM
Tripura Bhairavi Jayanti 2024: त्रिपुर भैरवी जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो मां त्रिपुर भैरवी के सम्मान में मनाया जाता है। त्रिपुर भैरवी देवी का स्वरूप शक्ति के सबसे उग्र रूपों में से एक माना जाता है। वह दक्षिणा काली या महाकाली के...
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Tripura Bhairavi Jayanti 2024: त्रिपुर भैरवी जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो मां त्रिपुर भैरवी के सम्मान में मनाया जाता है। त्रिपुर भैरवी देवी का स्वरूप शक्ति के सबसे उग्र रूपों में से एक माना जाता है। वह दक्षिणा काली या महाकाली के रूप में पूजी जाती हैं और उनका संबंध विशेष रूप से तंत्र साधना और ध्यान से जुड़ा हुआ है। इनकी पूजा करने से विशेष रूप से मानसिक शांति, भव्य समृद्धि और शक्तिशाली जीवन की प्राप्ति होती है।
Worship Method of Tripura Bhairavi त्रिपुर भैरवी की पूजा विधि:
मंत्र जाप: त्रिपुर भैरवी की पूजा में विशेष रूप से "ॐ त्रिपुरे भैरवी स्वाहा" जैसे मंत्रों का जाप किया जाता है। यह मंत्र शक्ति के स्रोत से जोड़ने और मानसिक शक्ति को जागृत करने में मदद करता है।
हवन और यज्ञ: इस दिन हवन और यज्ञ का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें विशेष तंत्र-मंत्रों का जाप कर देवी की कृपा प्राप्त करने की कोशिश की जाती है।
अर्चना और भोग: देवी त्रिपुर भैरवी को विशेष फल, फूल, मिठाई और अन्य भोग अर्पित किए जाते हैं। खासकर शुद्ध घी का दीपक और ताम्र पात्र में पानी अर्पित किया जाता है।
रात्रि जागरण: त्रिपुर भैरवी जयंती की रात को जागरण का आयोजन किया जाता है। भक्त रात्रि भर देवी की पूजा करते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं। इस दौरान विशेष तंत्र साधना और ध्यान भी किया जाता है।
तंत्र साधना: विशेष रूप से इस दिन तंत्र साधकों द्वारा तंत्र मंत्रों का जाप और साधना की जाती है, ताकि मानसिक और शारीरिक उन्नति हो और सभी बाधाएं दूर हो सकें।