Edited By Prachi Sharma,Updated: 17 Oct, 2024 08:12 AM
पंचांग के अनुसार आज 17 अक्टूबर के दिन तुला संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। आज के दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। तुला संक्रांति के दिन सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करेंगे
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Tula Sankranti 2024: पंचांग के अनुसार आज 17 अक्टूबर के दिन तुला संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। आज के दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। तुला संक्रांति के दिन सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य देव को जीवन का स्रोत और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा करने से जीवन के कष्ट दिन ब दिन खत्म होने लग जाते हैं। करियर की राहें आसान बनाने के लिए या फिर समाज में मान-सम्मान प्राप्त करने के लिए आज का दिन बेहद ही खास माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं। यदि इन्हें कर लिया जाए तो करियर में आगे बढ़ना कोई मुश्किल काम नहीं होता है। इसके अलावा यदि ज्यादा जप-तप पूजा-पाठ नहीं कर सकते तो आज के दिन इन मंत्रों का जाप अवश्य करने चाहिए। तो चलिए जानते हैं कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए।
सूर्य देव मंत्र-
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः
ॐ घृणिः सूर्याय नमः
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्याय नमः
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय सहस्रकिरणाय नमः
ॐ भास्कराय नमः
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
ॐ जगद्धिताय नमः
ॐ खगाय नमः
ॐ अरुणाय नमः
ॐ भानवे नमः
सूर्य देव का पौराणिक मंत्र-
जपाकुसुम संकाशं काश्यपेयं महाद्युतिम ।
तमोरिं सर्वपापघ्नं प्रणतोsस्मि दिवाकरम ।।
सूर्य देव वैदिक मंत्र-
ऊँ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च ।
हिरण्य़येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन ।।
सूर्य देव गायत्री मंत्र-
ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात ।।
सूर्य अष्टोत्तर शतनामावली स्तोत्रम्
सूर्योsर्यमा भगस्त्वष्टा पूषार्क: सविता रवि:।
गभस्तिमानज: कालो मृत्युर्धाता प्रभाकर:।।
पृथिव्यापश्च तेजश्च खं वयुश्च परायणम ।
सोमो बृहस्पति: शुक्रो बुधोsड़्गारक एव च ।।
इन्द्रो विश्वस्वान दीप्तांशु: शुचि: शौरि: शनैश्चर:।
ब्रह्मा विष्णुश्च रुद्रश्च स्कन्दो वरुणो यम:।।
वैद्युतो जाठरश्चाग्निरैन्धनस्तेजसां पति:।
धर्मध्वजो वेदकर्ता वेदाड़्गो वेदवाहन:।।
कृतं तत्र द्वापरश्च कलि: सर्वमलाश्रय:।
कला काष्ठा मुहूर्ताश्च क्षपा यामस्तया क्षण:।।
संवत्सरकरोsश्वत्थ: कालचक्रो विभावसु:।
पुरुष: शाश्वतो योगी व्यक्ताव्यक्त: सनातन:।।
कालाध्यक्ष: प्रजाध्यक्षो विश्वकर्मा तमोनुद:।
वरुण सागरोsशुश्च जीमूतो जीवनोsरिहा ।।
भूताश्रयो भूतपति: सर्वलोकनमस्कृत:।
स्रष्टा संवर्तको वह्रि सर्वलोकनमस्कृत:।।
अनन्त कपिलो भानु: कामद: सर्वतो मुख:।
जयो विशालो वरद: सर्वधातुनिषेचिता ।।
मन: सुपर्णो भूतादि: शीघ्रग: प्राणधारक:।
धन्वन्तरिर्धूमकेतुरादिदेवोsअदिते: सुत:।।
द्वादशात्मारविन्दाक्ष: पिता माता पितामह:।
स्वर्गद्वारं प्रजाद्वारं मोक्षद्वारं त्रिविष्टपम ।।
देहकर्ता प्रशान्तात्मा विश्वात्मा विश्वतोमुख:।
चराचरात्मा सूक्ष्मात्मा मैत्रेय करुणान्वित:।।
एतद वै कीर्तनीयस्य सूर्यस्यामिततेजस:।
नामाष्टकशतकं चेदं प्रोक्तमेतत स्वयंभुवा ।।
Benefits of chanting mantras मंत्र जाप के फायदे-
सूर्य मंत्रों का जाप करने से अनेक फायदे मिलते हैं-
मानसिक शांति और सकारात्मकता
सूर्य देव की उपासना से मानसिक शांति मिलती है। जब व्यक्ति नियमित रूप से सूर्य मंत्रों का जाप करता है, तो उसके मन में सकारात्मकता का संचार होता है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। ध्यान और मंत्र जाप के माध्यम से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
स्वास्थ्य लाभ
सूर्य देव के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। यह कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। सूर्य देव की आराधना से शरीर की ऊर्जा स्तर बढ़ता है, जिससे व्यक्ति सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करता है।
आत्मविश्वास में वृद्धि
सूर्य देव का प्रतीक आत्मविश्वास और शक्ति है। जब आप सूर्य मंत्र का जाप करते हैं तो यह आपकी शक्ति को जागृत करता है। इससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और आप अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकने में सक्षम होते हैं।
संबंधों में सुधार
सूर्य देव का प्रभाव हमारे संबंधों पर भी पड़ता है। सूर्य की ऊर्जा सामंजस्य और सामंजस्यता का प्रतीक है। नियमित रूप से मंत्र जाप करने से आपसी रिश्तों में सुधार होता है। यह आपके परिवार और दोस्तों के साथ संबंधों को मजबूत बनाता है।
करियर में सफलता
जब आप सूर्य मंत्र का जाप करते हैं तो यह आपके करियर में सफलता प्राप्त करने में सहायक होता है। यह आपके काम में मनोबल और ऊर्जा को बढ़ाता है, जिससे आप अपने लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकते हैं।