Edited By Prachi Sharma,Updated: 23 Mar, 2025 07:48 AM
तुलसी को हिन्दू धर्म में जगत जननी का पद प्राप्त है इसलिए इसको वृंदा भी कहा जाता है। तुलसी का पौधा औषधीय गुणों से परिपूर्ण होने के साथ-साथ सुगंधित तेल का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
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Tulsi Benefits: तुलसी को हिन्दू धर्म में जगत जननी का पद प्राप्त है इसलिए इसको वृंदा भी कहा जाता है। तुलसी का पौधा औषधीय गुणों से परिपूर्ण होने के साथ-साथ सुगंधित तेल का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
औषधीय गुणों के अनुसार यह वातावरण को शुद्ध तथा मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कृमियों का अंत करती है। मंदिरों में चरणामृत के साथ तुलसी का पत्ता शायद इसीलिए डाला जाता है कि इससे जल एवं खाद्य पदार्थ शुद्ध हो जाते हैं। औधषीय गुणों से भरपूर तुलसी के पौधे को अमृततुल्य माना गया है।
तुलसी का वानस्पतिक नाम ‘ओसिमम बेसिलिकम’ होता है। दुनिया भर में 100 से अधिक प्रकार की तुलसी पाई जाती है।
तुलसी की प्रजातियां कई प्रकार की होती हैं लेकिन मुख्य रूप से वन तुलसी, श्याम तुलसी, राम तुलसी, चेत या विष्णु तुलसी और नींबू तुलसी लोकप्रिय हैं, जिनके अपने-अपने औषधीय गुण हैं। आज हम बात कर रहे है ‘लैमन बेसिल’ यानी नींबू तुलसी की।

स्वाद
नींबू तुलसी में खट्टा, मीठा और तीखा स्वाद होता है। इसमें नींबू और सौंफ की खुशबू के साथ एक तीखी सुगंध होती है। यह अनूठा स्वाद अन्य तुलसी से अलग होता है क्योंकि इसमें ताजगी के साथ एक नींबू का तेज स्वाद होता है। इसमें एक सूक्ष्म मिठास भी होती है, जिससे इसका स्वाद अलग ही महसूस होता है।
औषधीय उपयोग : लेमन तुलसी के पत्तों से लेकर बीजों का औषधीय महत्व होता है। इसका तेल विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाने में प्रयुक्त किया जाता है। जैसे कफ सिरफ, सर्दी की औषधि, खांसी की गोलियां, अन्य फार्मास्यूटिकल औषधियां आदि।
इसका इस्तेमाल कास, श्वास, ज्वर, भूख न लगना, गुर्दे, पेट दर्द इत्यादि रोगों के निवारण के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका तेल सौंदर्य प्रसाधनों, डेंटल क्रीम, माऊथवॉश, टूथपेस्ट आदि के निर्माण में भी किया जाता है। नींबू तुलसी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, इसके अलावा, इसमें सूजन-रोधी गुण भी होते हैं।
नींबू तुलसी के कई फायदे हैं, जैसे :
श्वसन मार्ग को साफ और खांसी को कम करती है।
सूजन को कम करती है और राहत देती है।
घाव भरने में मदद करती है।
हड्डियों को मजबूत करती है।
पाचन में मदद करती है।
गैस, मतली, और पेट में ऐंठन को कम करती है।
कीड़े के काटने से होने वाली खुजली को कम करती है।

पोषक तत्व
विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन के, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, कैल्शियम, बीटा-कैरोटीन, पोटैशियम।
सक्रिय घटक
लेमन तुलसी के पौधे के मुख्य घटक ‘फीनाल्स’, ‘डल्डीहाईड्स’, ‘टैनिन्स’, ‘सैपोनिन्स’ हैं। इसकी पत्तियों तथा पुष्पमुंजरी में उडऩशील तेल पाया जाता है।
कहां पाई जाती है
नींबू तुलसी को भारत सहित पूर्वोत्तर अफ्रीका, दक्षिणी एशिया में नींबू जैसी सुगंध के लिए उगाया जाता है और इसका उपयोग खाना पकाने में होता है। यह 20-40 सेंटीमीटर तक लंबी हो सकती है। पत्ते अन्य तुलसी के पत्तों के समान ही होते हैं लेकिन थोड़ा दांतेदार किनारे वाले। यह पूर्वोत्तर भारत, अरब, इंडोनेशिया, फिलीपींस, लाओ, मलय, फारसी, थाई व्यंजनों में लोकप्रिय जड़ी-बूटी है।
