Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Nov, 2024 01:00 AM
Utpanna Ekadashi 2024: सनातन धर्म में प्रत्येक एकादशी का अपना अलग ही महत्व है। हर साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाता है।
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Utpanna Ekadashi 2024: सनातन धर्म में प्रत्येक एकादशी का अपना अलग ही महत्व है। हर साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन माता एकादशी की उत्पत्ति हुई थी इसलिए इस दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल 26 नवंबर 2024, मंगलवार के दिन यह व्रत रखा जाएगा। इस दिन विष्णु जी की पूजा पूरे विधि-विधान से करने पर साधक को न केवल इस जन्म के बल्कि पिछले जन्म के पाप कर्मों से भी छुटकारा मिलता है। साथ ही मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं, उत्पन्ना एकादशी के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Utpanna Ekadashi 2024 Shubh Muhurat उत्पन्ना एकादशी शुभ मुहूर्त 2024
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 26 नवंबर को रात 01 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन अगले दिन यानी 27 नवंबर को रात 03 बजकर 47 मिनट पर होगा। ऐसे में 26 नवंबर को उत्पन्ना एकादशी व्रत किया जाएगा।
उत्पन्ना एकादशी व्रत का पारण समय- उत्पन्ना एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर यानी 27 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 12 मिनट से लेकर 03 बजकर 18 मिनट के मध्य कर सकते हैं।
Utpanna Ekadashi Puja Vidhi उत्पन्ना एकादशी पूजा विधि
उत्पन्ना एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
उसके बाद घर के मंदिर की सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव करें।
फिर एक चौकी में भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें।
अब श्रीहरि को पीले फूल, अक्षत, चंदन और तुलसी दल अर्पित करें।
इसके बाद भगवान विष्णु के समक्ष घी का दीपक जलाएं।
अंत में विष्णु जी की कथा करने के बाद आरती करें।